भवन और फर्नीचर बिना कॉलेज के तीन साल पूरे
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। तीन साल पहले प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए ६६ विद्यार्थियों ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय से संबद्ध हार्टिकल्चर कॉलेज चंदनगांव में एडमिशन लिया। तीन साल तक इन विद्यार्थियों ने उधारी के फर्नीचर पर बैठकर पढ़ाई की। आंचलिक अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने प्रोफेसर की जिम्मेदारी निभाई। इस दौरान कॉलेज भवन के लिए बजट तो दूर कक्षाओं के लिए पर्याप्त फर्नीचर भी नहीं मिल पाया। एक साल बाद इन विद्यार्थियों की डिग्री भी पूरी हो जाएगी।
आंचलिक अनुसंधान केंद्र चंदनगांव में अगस्त २०१९ में हार्टिकल्चर कॉलेज का शुभारंभ हुआ। पहले साल यहां ६६ विद्यार्थियों ने एडमिशन लिया। दूसरे साल ५६ और तीसरे साल यहां ५९ एडमिशन हुए। प्रदेश के अन्य कालेजों से कुछ विद्यार्थी यहां अन्य ट्रांसफर होकर आए। अब यहां कुल १९० विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इस साल की एडमिशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद कॉलेज विद्यार्थियों की संख्या २५० के पार हो जाएगी। जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी से महज ६० छात्रों के लिए फर्नीचर की व्यवस्था हो पाई है। आगामी सत्र में भी कॉलेज प्रबंधन के उधार के फर्नीचर का सहारा लेना होगा।
महज २० छात्राओं के लिए हॉस्टल---
तीन साल में कॉलेज में ६० छात्राओं ने एडमिशन लिया है लेकिन कॉलेज परिसर में महज २० छात्राओं के लिए ही अस्थाई हॉस्टल की व्यवस्था की गई है। शेष छात्राएं चंदनगांव व शहर में किराए के कमरे लेकर पढ़ाई कर रही हैं। छात्राओं का कहना है कि कॉलेज परिसर में हॉस्टल की व्यवस्था की जाए।
अचानक खाली करना पड़ा हॉस्टल----
आंचलिक अनुसंधान केंद्र चंदनगांव के कृषक भवन में छात्राओं के लिए अस्थाई हॉस्टल की व्यवस्था की गई है। नगरीय निकाय चुनाव के दौरान यहां वार्ड क्रमांक ३४ के चार मतदान केंद्र बनाए गए थे। मतदान की तिथि से ठीक तीन दिन पहले कॉलेज प्रबंधन ने छात्राओं को रावे कोर्स के लिए रवाना किया। जबकि कॉलेज के छात्र चुनाव के चार दिन बाद रावे के लिए भेजे गए।
सीएम शिवराज चौहान ने की थी घोषणा----
लगभग दो दशक से जिले में एग्रीकल्चर या हार्टिकल्चर कॉलेज की मांग लगातार उठ रही थी। बीते विधानसभा चुनाव से पहले १२ जनवरी २०१८ को पुलिस ग्राउंड में आयोजित किसान सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार हार्टिकल्चर कॉलेज की घोषणा की थी। सरकार ने कॉलेज के लिए ३४ करोड़ के बजट की मंजूरी भी दे दी थी।
कमलनाथ ने की एग्रीकल्चर कॉलेज की घोषणा ---
विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हार्टिकल्चर कॉलेज के साथ एग्रीकल्चर कॉलेज की भी घोषणा कर दी। इस वर्ष केवल हार्टिकल्चर कॉलेज के लिए एडमिशन शुरू हो पाए। प्रशासनिक मंजूरी नहीं होने के कारण एग्रीकल्चर कालेज की कक्षाओं के लिए एडमिशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई।
इनका कहना है...
कॉलेज के लिए सरकार से जमीन का आवंटन हो गया है। भवन एवं अन्य संसाधनों के लिए यूनिवर्सिटी से लगातार पत्राचार किया जा रहा है।
Created On :   22 July 2022 4:53 PM IST