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1500 साल में पहली बार बंद रहा बीड का मशहूर कंकालेश्वर मंदिर, भक्तों ने बाहर से किए दर्शन
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डिजिटल डेस्क, बीड। यह महाराष्ट्र के बीड शहर का मशहूर कंकालेश्वर मंदिर है। जो महाशिवरात्रि के अवसर पर पहली बार बंद है। पिछले साल महाशिवरात्रि के बाद कोरोना संक्रमण में जब वृद्धि हुई थी, तो यहां दर्शन बंद कर दिए गए थे। पिछले साल भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। बाद में लॉकडाउन लग गया था।
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कंकलेश्वर मंदिर भगवान शिव का सबसे पुराना और सबसे आकर्षक मंदिर है। इस मंदिर का डिजाइन एलोरा की प्रसिद्ध गुफाओं में मंदिरों के साथ कुछ मिलता जुलता हैं। मंदिर काले पत्थर से बना है। इसमें चारों ओर खुदी दिव्य आकृतियां हैं।
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बताया जा रहा है कि कांकलेश्वर मंदिर पंद्रह सौ साल बनाया गया था। राजा विक्रमादित्य के शासनकाल में इसे बनाया था। इस मंदिर में चालुक्य वास्तुकला का अनोखा उदाहरण देखा जा सकता है। चालुक्य वास्तुकला 11 वीं और 12 वीं शताब्दी की है।
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जानकारों के मुताबिक यादव काल के इस मंदिर के चारों तरफ पानी का कुंड है। जो बारिश में जल मग्न हो जाता है। हर साल यहां 25 हजार से अधिक भक्त दर्शन के लिए आते हैंं।चार दिनों का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, इस दौरान भजन होते हैं। महाप्रसाद बांटा जाता है। इस बार प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण मंदिर को बंद रखा है, हालांकि खासबात है कि इस बार भोले के भक्त मंदिर के बाहर से दर्शन कर रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात हैं।
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मंदिर के पुजारी, संजीव गुरव महाराज ने दैनिक भास्कर को बताया कि मंदिर में पूजा करने वाली उनकी यह पांचवीं पीढ़ी है, लेकिन पहली बार महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर के कपाट बंद देखे हैं। गुरुवार सुबह चार बजे पूजा की, इसके बाद 10 बजे और शाम को फिर महाकाल का पूजन किया। इस दौरान कोरोना के नियमों का ध्यान रखा गया।
Created On :   11 March 2021 6:09 PM IST