गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल बर्खास्त किया जाए, लखनऊ एयरपोर्ट पर फ्लाइट उतरने की अनुमति नहीं मिली
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक घटना के मद्देनजर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाते समय हिरासत में लिए जाने से नाराज बघेल ने पूछा कि क्या अब उत्तरप्रदेश में जाने के लिए पासपोर्स और वीजा की जरूरत है? बघेल, जिन्हें कांग्रेस ने उत्तरप्रदेश चुनाव में अहम जिम्मेदारी सौंपी है, उनका हेलीकॉप्टर भी उत्तरप्रदेश सरकार ने लखनऊ में नहीं उतरने दिया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना से पूरा देश आंदोलित है। सबने देखा कि किसानों के साथ वहां किस तरह की बर्बरता की गई? उन्होने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना बताती है कि भाजपा किसानों को कुचलने पर आमादा है। यह भाजपा सरकार का तानाशाही रवैया है। उन्होने कहा कि मुझे भी लखनऊ में उतरने की अनुमति नहीं दी गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष को उत्तर प्रदेश जाने से रोकने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, धारा 144 लखीमपुर में लगी है तो हमें लखनऊ में भी उतरने क्यों नहीं दिया जा रहा है। क्या, उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकार खत्म कर दिए गए हैं। क्या उत्तर प्रदेश जाने के लिए अब अलग से वीजा लेना पड़ेगा। उन्होंने कहा, इस घटना के बाद क्या लोग संवेदना व्यक्त करने नहीं जा सकते। घटना की जानकारी लेने नहीं जा सकते। उन्होंने पूछा, आप उन्हें रोक रहे हैं आपकी मानसिकता क्या है।
इससे पहले बघेल ने ऐलान कर दिया है कि वह सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे। उन्होंने कहा थआ कि किसानों के प्रति यह घटना अक्षम्य है। बघेल ने ट्वीट किया था कि यूपी में किसानों के साथ जो वहशी व्यवहार हुआ है, वह अक्षम्य है। किसान हूं, किसान का दर्द समझता हूं। इन कठिन परिस्थितियों में उनके साथ खड़े होने के लिए कल सबुह लखीमपुर जाऊंगा
दरअसल, यूपी चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पार्टी ने भूपेश बघेल को हाल ही में बड़ी जिम्मेदारी दी है। वह यूपी चुनाव के पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। इसलिए यूपी पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। पिछले दिनों उनके पिता ने लखनऊ में ब्राह्मणों के खिलाफ बयान दिया था। इसके बाद उन्होंने अपने पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी थी। इसके बाद उन्हें जेल भिजवा दिया था।
बघेल ने कहा कि यह साधारण घटना नहीं है, बल्कि सीधे-सीधे हत्या है। उन्होने मांग की कि ऐसी परिस्थिति में सबसे पहले गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए और घटना में मारे गए लोगों को एक-एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अजय मिश्रा के साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। उन्होने पूछा कि मंत्री के पुत्र को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग बनाकर करने की मांग की है।
Created On :   4 Oct 2021 9:10 PM IST