छिंदवाड़ा में रामकथा करेंगे बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री छिंदवाड़ा आएंगे। वे यहां पर तीन दिन रामकथा करेंगे। खास बात यह है कि रामकथा जिले के किसी आदिवासी अंचल में होगी। इसमें यजमान के रुप में आदिवासी वर्ग के 21 व्यक्तियों का चयन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में भंडारा सहित समस्त व्यवस्थाएं बागेश्वर धाम के माध्यम से ही की जाएंगी। आयोजन के स्थल चयन के लिए फरवरी माह में बागेश्वर धाम से पदाधिकारियों का छिंदवाड़ा आगमन होगा। न्यायाधीश प्रकाश उईके ने बताया कि उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री से निरंतर भेंट कर छिंदवाड़ा जिले के सुदूर जनजाति अंचल में रामकथा हेतु आग्रह किया था। बागेश्वर धाम सरकार द्वारा अधिकारिक रुप से छिंदवाड़ा में रामकथा के संबंध में तिथि निर्धारण की घोषणा कर दी है।
26 से 28 मई तक होगी रामकथा
बागेश्वर धाम ट्रस्ट के माध्यम से छिंदवाड़ा के सुदूर वनांचल क्षेत्र में वनवासियों की रामकथा का आयोजन 26, 27 एवं 28 मई को होना प्रस्तावित किया गया है। इस कार्यक्रम में भंडारा व्यवस्था से लेकर समस्त प्रकार की आयोजन व्यवस्था बागेश्वर धाम के माध्यम से किया जाना प्रस्तावित है। कार्यक्रम में केवल आदिवासी वर्ग के ही अंतिम छोर पर रहने वाले 21 भक्तों को जजमान के रुप में शामिल किया जाएगा। बैठक व्यवस्था के अंतर्गत अग्रिम पंक्ति पर आदिवासी समुदाय के व्यक्तियों को स्थान दिया जाएगा।
इन प्रसंगों पर होगी कथा
श्री उईके एवं डॉ. चंद्रकांत विश्वकर्मा ने बताया कि शबरी प्रसंग, निषादराज प्रसंग, अरण्य कांड प्रसंग पर वनवासियों की रामकथा का आयोजन होगा। इस दौरान बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री तीन दिवस तक सुदूर आदिवासी अंचल में आदिवासी समुदाय के साथ निवास करेंगे।
स्थल चयन के लिए फरवरी में आएंगे पदाधिकारी
न्यायाधीश प्रकाश उईके ने बताया कि फरवरी माह में बागेश्वर धाम की ओर से नियुक्त पदाधिकारियों द्वारा छिंदवाड़ा के सुदूर आदिवासी अंचल में भ्रमण कर स्थान का चयन किया जाएगा। प्रारंभिक तौर पर देवगढ़ किला, कन्हान नदी के पास मोरघाट, सांगाखेड़ा में भूरा भगत अथवा पातालकोट में से किसी एक जगह का चयन होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
Created On :   25 Jan 2023 2:42 PM IST