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पुनर्रचित मौसम पर आधारित फसल बीमा योजना में शामिल होने की अपील
डिजिटल डेस्क, अकोला. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत मौसम आधारित फसल योजना आंबिया बहार के लिए अकोला जिले में योजना चलाई जा रही है। आम बहार फलबाग के किसान इस योजना में शामिल हो सकते हैं ऐसी अपील जिला कृषि अधीक्षक अधिकारी द्वारा की गई है। मौसम में हो रहे बदलाव का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। बेमौसम बारिश, कम तापमान, तेज हवा, अधिक धूप, अधिक बारिश, ओले यह मौसम पर निर्भर करते है। इस मौसम की मार से किसानों का काफी नुकसान होता है। किसानों को बीमा सुरक्षा व आर्थिक सहायता देने के लिए फल फसल नुकसान के बाद किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाना इस योजना का महत्वपूर्ण चरण है। अधिसूचित फल में एक फल फसल के लिए एक वर्ष में एक ही क्षेत्र पर मृग अथवा आंबिया बहार में से एक फसल के लिए सुरक्षा आवेदन किया जा सकता है। संत्रा फसल उत्पादनक्षम उम्र 3 वर्ष, मौसंबी 3 वर्ष, अनार 2 वर्ष से कम उम्र के फलबाग बुआई बीमा सुरक्षा का पंजीयन होने की बात यदि जांच में उजागर होती है तो बीमा की कालवधि खत्म हो जायेगी। अधिसूचित क्षेत्र अधिसूचित फसल लेने वाले किसान इस योजना में शामिल होने के पात्र रहेंगे। अकोला जिले में पुर्नरचित मौसम आधारित फसल बीमा योजना आंबिया बहार का बीमा निकालने के लिए एचडीएफसी एग्रो बीमा कंपनी को नियुक्त किया गया है। जिन किसानों को फसलों का पंजीयन करवाना है वे तहसील स्तर पर नियुक्त किए गए अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। केले के उत्पादन करने वाले किसान को प्रति हेक्टेयर 1 लाख 40 हजार रूपए का बीमा किया जायेगा जिसके लिए किसान को 9100 रूपए, अनार के लिए प्रति हेक्टेयर 1 लाख 30 हजार रूपए जिसका बीमा 6500 रूपए, मौसंबी के लिए प्रति हेक्टेयर 80 हजार जिसके लिए किसान को 4 हजार जबकि संतरे को प्रति हेक्टेयर 80 हजार जिसमें किसानों को 6 हजार रूपए का भुगतान करना होगा। केला, मौसंबी फसल के लिए किसानों को 31 अक्टूबर 2022, अनार के लिए 14 जनवरी 2023, संतरे के लिए 30 नवंबर तक शामिल हो सकते है। ऐसी जानकारी जिला कृषि अधीक्षक ने दी है।
Created On :   14 Oct 2022 7:01 PM IST