पानी के लिए परेशान 700 परिवारों का फूटा गुस्सा, खाली बर्तन के साथ चौराहे पर डटे, लगाया जाम

Anger of 700 families upset for water, stood at the crossroads with empty utensils, jammed
पानी के लिए परेशान 700 परिवारों का फूटा गुस्सा, खाली बर्तन के साथ चौराहे पर डटे, लगाया जाम
सिवनी पानी के लिए परेशान 700 परिवारों का फूटा गुस्सा, खाली बर्तन के साथ चौराहे पर डटे, लगाया जाम

डिजिटल डेस्क, सिवनी ।दो किलोमीटर दूर से पीने का पानी ढोने मजबूर बादलपार के लगभग 7 सौ परिवारों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा। ग्राम पंचायत व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीण व महिलाएं चौराहे पर बैठ गए और चकाजाम कर दिया। मौके पर जमकर आक्रोश जाहिर किया जाने लगा और नारे लगने लगे। जाम लगाए जाने से पेंच पार्क के कर्माझिरी गेट व बेलपेठ आने-जाने वाले वाहनों की आवाजाही थम गई। इसकी जानकारी लगते ही प्रशासनिक अफसर हरकत में आ गए। कुछ देर में ही पुलिस व अधिकाी पहुंच गए। लगभग एक घंटे तक चला चकाजाम उस समय खत्म हुआ जब अफसरों ने समझाइश दी व समस्या दूर करने का आश्वासन दिया।
सालों से हो रहे परेशान  
कुरई विकासखण्ड के बादलपार ग्राम पंचायत की तीतरी कॉलोनी के लोग सालों से पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। दर्जनों शिकायतों व गुहार लगाने के बावजूद ग्राम पंचायत द्वारा इनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा। क्षेत्र में लगे चार हेण्डपंप के भरोसे लगभग सात सौ परिवार निर्भर हैं, लेकिन दो हैण्डपंप में बोरवेल लगे हैं और शेष हैण्डपंप का पानी उतर चुका है। जिन हैण्डपंप में बोरवेल लगे हैं, उनकी मोटर भी आए दिन जल जाती है और लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ता है। पिछले कई दिनों से फिर पेयजल की समस्या खड़ी हो गई थी और ग्रामीण ग्राम पंचायत से मांग कर रहे थे। मांग के बाद भी ग्राम पंचायत द्वारा कोई कदम न उठाने के कारण मंगलवार को महिलाओं, बच्चों व कॉलोनी के लोगों ने दुर्गा चौक पर जाम लगा दिया और खाली बर्तन लेकर चौराहे पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ अजय अवस्थी व बादलपार चौकी प्रभारी अजय भारद्वाज ने लोगों को समझाइश दी और आश्वासन देकर जाम खत्म कराया।
दो किमी दूर से लाते हैं पानी
चकाजाम कर रहे ग्रामीणों ने जमकर आक्रोश जताया। उन्होंने बताया कि वे गांव से करीब दो किमी दूर से पीने का पानी लेकर आते हैं, जिससे उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुस्साई महिलाएं कह रही थीं कि हमें व घर के पुरूषों को अपने जरूरी कामकाज छोड़कर दो किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा। ग्राम पंचायत के जिम्मेदार पानी की समस्या का स्थाई हल नहीं निकाल रहे हैं। आलम यह है कि हैण्डपंप की मोटर जलने पर ग्रामीणों को ही अपने खर्च पर सुधार कराना पड़ रहा। आक्रोश को देखते हुए सरपंच रवि कटौते,घुमक्कड़ जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष एवं उपसरपंच देवीसिंह चौहान भी मौके पर पहुंच गए थे और ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए नजर आए।
नापेंगे लेबल, लगेगी नई मोटर
चकाजाम के कारण पर्यटकों की आवाजाही बाधित होने की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन व पार्क प्रबंधन भी हरकत में आ गया था। इसके चलते जहां आनन-फानन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को मौके पर भेजा गया। मौके पर ग्रामीणों को बताया गया कि हैंडपंप के पानी का लेबल नापने के लिए जांच दल जल्द भेजा जाएगा और सुधार करवाया जाएगा। वहीं बोरवेल के लिए एक नई मोटर की व्यवस्था कर दी गई है, जिसे जल्द फिट करवा दिया जाएगा। वहीं यह भी आश्वासन दिया गया कि जरूरत पडऩे पर जल्द ही नया बोर करवाकर पानी की व्यवस्था की जाएगी।

Created On :   9 Feb 2022 3:54 PM IST

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