मासूमों को कुपोषण से बचानेवाली आंगनवाड़ी सेविकाएं, कैसे करें अपना पोषण

Anganwadi workers save innocent children from malnutrition, how to nurture herself
मासूमों को कुपोषण से बचानेवाली आंगनवाड़ी सेविकाएं, कैसे करें अपना पोषण
स्वास्थ्य मासूमों को कुपोषण से बचानेवाली आंगनवाड़ी सेविकाएं, कैसे करें अपना पोषण

डिजिटल डेस्क, मुंबई मोफीद खान. मासूमों को कुपोषण से बचाने और गर्भवती महिलाओं की देखभाल करनेवाली आंगनवाड़ी सेविकाओं के सामने ही भूखमरी की नौबत आ गई है। प्रदेश में कार्यरत 2 लाख से अधिक आंगनवाड़ी सेविकाओं को बीते 2 महीने से मानधन नहीं मिला है। मानधन को लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी इन आंगनवाडी सेविकाओं को मानधन कब मिलेगा? इसका ठोस जवाब सरकारी बाबू नहीं दे पा रहे हैं। 

बच्चों के पोषक आहार और गर्भवती महिलाओं की जांच का जिम्मा

राज्य सरकार के एकात्मिक बाल विकास योजना के तहत प्रदेश में 2 लाख 10 हजार आंगनवाड़ी सेविका कार्यरत हैं, जिसमें आंगनवाड़ी सहायिका भी शामिल हैं। सरकार की ओर से हर महीने आंगनवाडी सेविकाओं को 8,500 और सहायिकाओं को 4250 रुपए मानधन मिलता है। यह सेविकाएं अपने कार्यक्षेत्र में कुपोषित श्रेणी में आनेवाले 6 महीने से लेकर 6 साल आयु के बच्चों को पोषक आहार मुहैया कराती हैं। इसके साथ ही इलाके की गर्भवती महिलाओं की समय-समय पर जांच और टीकाकरण का कार्य भी इनके मार्फत किया जाता है। इतना ही नहीं छोटे- छोटे बच्चों को आंगनवाड़ी में शिक्षा देने के साथ-साथ सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार- प्रसार की जिम्मेदारी भी इन आंगनवाड़ी सेविकाओं सहित उनके सहायिकाओं पर होती है। 

राकेश सिंह, महासचिव-महाराष्ट्र राज्य आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के मुताबिक इतना कार्य करने के बाद भी इन आंगनवाडी सेविकाओं को दो महीने से मानधन नही मिला है। सरकारी अधिकारी भी कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दे रहे हैं। अगर जल्द ही सेविकाओं को मानधन नहीं मिला, तो राज्यभर में आंदोलन किया जाएगा।

सेविकाओं का छलका दर्द 

भांडुप में कार्यरत आंगनवाडी सेविका स्वाति जाधव ने बताया कि बीते दो महीने से मानधन नहीं मिल पाने की वजह से परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। उनके तीन बच्चे हैं और परिवार चलाने की जिम्मेदारी उन पर है। अधिकारी भी मानधन को लेकर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दे रहे हैं। एक अन्य सेविका दर्शना पाटिल ने बताया कि इस बार उनकी बच्ची 10वीं कक्षा में प्रवेश लेगी। बच्ची के लिए अलग से ट्यूशन की जरूरत है, लेकिन मानधन न मिल पाने की वजह से वह बच्ची को प्रवेश नहीं दिला पा रही हैं। 

क्या कहते हैं अधिकारी

एकात्मिक बाल विकास योजना के वित्तीय विभाग के एक वरिष्ठ लेखा अधिकारी ने बताया कि नया आर्थिक वर्ष शुरु हुआ है। इस वजह से सरकार के पास मानधन का ग्रांट भी अभी तक नहीं आई है। हमने इसे लेकर वरिष्ठों के साथ पत्राचार भी किया है। उन्होंने बताया कि आंगनवाडी सेविकाओं को मानधन जल्द ही मिल जाएगा। 

 

Created On :   27 April 2023 8:28 PM IST

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