ढीमरखेड़ा के तीन और बहोरीबंद के दो गांवों में 80 बच्चों में मीजल्स/चिकन पॉक्स के मिले लक्षण

डिजिटल डेस्क,उमरिया। ढीमरखेड़ा विकासखण्ड के खाम्हा ग्राम पंचायत में गुरुवार देर एक मासूम की मौत और 50 से अधिक बच्चों की तबियत खराब होने के मामले में बीएमओ सुबह होने का इंतजार करते रहे कि आधी रात को कलेक्टर अवि प्रसाद टीम के साथ पहुंच गए। रात में भी प्रभावित बच्चों के घर पहुंच गए। रात 2 बजे तक कलेक्टर के साथ सीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुडिय़ा यहां पर जानकारी लेते रहे। इसी बीच जानकारी लगी कि मुरवारी में भी दो बच्चे बुखार से पीडि़त हैं। रात में ही बच्चों का चेकअप डॉक्टर ने किया और उन्हें दवा दी।
शुक्रवार सुबह से स्वास्थ्य विभाग की सर्वे टीम पहुंची। जिन्होंने घर-घर दस्तक दी। इस दौरान ढीमरखेड़ा के खाम्हा में 30, मुरवारी में 20 और दशरमन में 30 बच्चों में खसरे जैसे लक्षण की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने जताई है। इसी के साथ बहोरीबंद के बाकल और मझगंवा में भी 7 बच्चों में इसी तरह के लक्षण दिखाई दिए हैं। जिसके बाद संक्रमित बच्चों की संख्या 80 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने आशंका जताई कि बच्चों मे मीजल्स और चिकन पॉक्स के लक्षण मिले हैं। पांच बच्चों के सैंपल जबलपुर आईसीएमआर भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने पर ही बुखार के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा, फिलहाल खाम्हा और मुरवारी में स्थित कंट्रोल में है।
बुखार के साथ खुजली की समस्या, चकते की शिकायत
प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीणों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से बच्चों में बुखार के साथ-साथ खुजली की समस्या रहे। कुछ के शरीर में लाल चकत्ते और दाने भी दिखाई दे रहे थे। ग्रामीण इसे मौसमी बीमारी मान रहे थे, लेकिन एक के बाद एक बच्चे जब संक्रमित होने लगे तब ग्रामीणों की चिंता बढ़ी और इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी। ग्रामीण तब अधिक आशंकित हो गए, जब अंशुल पटेल पिता अरविंद पटेल की मौत हो गई। बालक बुखार से पीडि़त रहा।
घबराएं नहीं, बीमारी को बताएं
रात में ही ग्रामीणों को समझाईश दी गई कि इससे घबराएं नहीं, ग्रामीणों से आग्रह किया कि बुखार या अन्य कोई भी किसी भी प्रकार की बीमारी को छिपायें नहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम और सर्वे करने आने वालों को पूरी जानकारी जरुर देंवें। जिससे की कोई भी बच्चा या ग्रामीण छूटे नहीं और उसका समुचित इलाज हो।
एम्बुलेंस को किया तैनात, सीएमएचओ को हिदायत
स्थितियों को देखते हुए रात में ही यहां पर एम्बुलेंस पहुंचा दी गई थी, ताकि बच्चों की तबियत खराब होती है तो उसे फौरन ही जिला अस्पताल ले जाया जा सके। इसके लिए मैदानी अमले के साथ-साथ जिला अस्पताल को भी एलर्ट मोड़ में कर दिया गया है। सीएमएचओ को कहा गया है कि वे स्वयं पूरे मामले पर नजर बना रखें। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग की भी डयूटी लगाई गई है।
सनकुई और मुरवारी में भी पहुंची टीम
खाम्हा के साथ-साथ आसपास के गांव सनकुई और मुरवारी में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। इसके पहले इन गांवों में मीजल्स के प्रभावित बच्चे मिल चुके हैं। टीम में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.समीर सिंघई, डॉ.राजेश मौर्य, लैब टेक्नीशियन शैली जैन सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
मझगंवा और बाकल में भी संक्रमण की पुष्टि
बहोरीबंद विकासखण्ड के बाकल और मझगंवा में भी चिकन पॉक्स जैसे लक्षण बच्चों में मिले हैं, जानकारी लगने के बाद एसडीएम प्रदीप मिश्रा और बीएमओ डॉ.अनुराग शुक्ला, तहसीलदार गौरव पांडेय, नायब तहसीलदार ऋषि गौतम टीम के साथ दोनों गांवों में शुक्रवार को पहुंचे। यहां पर इन्होंने पाया कि बच्चों के शरीर में लाल चकते पड़े हुए हैं। बाकल में तीन तो मझगंवा में 4 बच्चों में इसी तरह के लक्षण मिले। बीएमओ डॉ. शुक्ला ने बताया कि बच्चों का परीक्षण करते हुए दवा दी गई है। इसके साथ ही ग्रामीणों को जानकारी भी दी गई है।
Created On :   22 April 2023 5:58 PM IST