मौत के बाद 6 घंटे तक वार्ड में पड़ा रहा शव, परिजनों ने किया हंगामा

After death, the dead body remained in the ward for 6 hours, family members created a ruckus
मौत के बाद 6 घंटे तक वार्ड में पड़ा रहा शव, परिजनों ने किया हंगामा
मौत के बाद 6 घंटे तक वार्ड में पड़ा रहा शव, परिजनों ने किया हंगामा



डिजिटल डेस्क दमोह/हटा। कोविड की गाइडलाइन में इलाज के इलाज के दौरान यदि किसी मरीज की मृत्यु हो जाती है तो अस्पताल से सीधे ही नगरपालिका के सहयोग से शव का अंतिम संस्कार किया जाता है, लेकिन हटा अस्पताल में 55 वर्षीय गंगझिरिया निवासी राकेश चतुर्वेदी की मृत्यु होने पर शव पैक करने में 6 घंटे लग गए। दुर्भाग्यपूर्ण यह रहा कि 6 घंटे तक मृतक का शव चादर से ढंका वार्ड में ही रखा रहा।
देरी होने पर जब उनके रिश्तेदार हरेंद्र दुबे ने हल्ला मचाया तब शाम 6 बजे के बाद नगर पालिका से कंप्यूटर ऑपरेटर धर्मेन्द्र साहू अस्पताल पहुंचे तो ड्यूटी पर डॉ विदेश शर्मा नहीं मिले। हॉस्पिटल में ड्यूटी न होने के बाबजूद डॉ. उमाशंकर पटेल ने मृतक के शव को शमशान पहुंचने के आवश्यक प्रक्रिया आरंभ कराई। हरेंद्र दुबे ने आरोप लगाया कि उन्होंने वार्ड से अपने जीजा राकेश चतुर्वेदी के शव को पैक कर अस्पताल से श्मशान भेजने डॉक्टर से लेकर एसडीएम से भी बात की, लेकिन उन्होंने नगरपालिका से संपर्क करने का कहने के अलावा कोई मदद नहीं की। जबकि ड्यूटी न होने के बाबजूद डॉ विदेश शर्मा की अनुपस्थिति में सेवाएं दे रहे डॉ. उमाशंकर पटेल ने कहा कि कोविड गाइड लाइन में कोविड से मृत मरीजों का शव पैक करने से लेकर श्मशान में अंतिम संस्कार तक की जवाबदारी नगर पालिका को दी गई है। जिसके लिए आवश्यक सूचना समय पर नगर पालिका को भेजी जा चुकी है। नगर पालिका से पहुंचे धंर्मेन्द्र साहू ने बताया कि शव पैक करने के कोई निर्देश नगर पालिका नहीं पहुंचे है।

 

Created On :   26 April 2021 10:56 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story