डम्पिंग यॉर्ड की गंदगी से बढ़ा संक्रमण का खतरा

Adoption of beautification - the risk of infection increased due to the dirt of the dumping yard
डम्पिंग यॉर्ड की गंदगी से बढ़ा संक्रमण का खतरा
सौंदर्यीकरण को ग्रहण डम्पिंग यॉर्ड की गंदगी से बढ़ा संक्रमण का खतरा

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। गणेशनगर में स्थित डम्पिंग यॉर्ड में नप कर्मियों ने घंटागाडियों की मदद से लाखों टन कचरा फेंक रखा है। जिसे नप प्रशासन द्वारा उठाया नहीं गया। डम्पिंग का कचरा बेमौसम बारिश से सड़ चुका है। मोक्षधाम से सटे नप के जमीन पर फैले कचरे और डम्पिंग के गंदे पानी के जमावड़े से परिसर में बदबू फैल चुकी है। इससे मोक्षधाम के सौंदर्यीकरण पर ग्रहण लग चुका है। वहीं अंतिम संस्कार कार्यक्रम में आनेवाले सैकड़ों नागरिकों की जान संक्रमण के खतरे से घिरी नजर आ रही है। इस संदर्भ में नप ने जानकारी देते बताया कि मोक्षधाम से सटी नप की जमीन पर कचरा फेंका जा रहा है। पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने की बात कही गयी। जहां एक ओर नप प्रशासन कोरोना आदेशों का कड़ाई से पालन कर रहा है वहीं दूसरी ओर प्रशासन लोगों की जान से खिलवाड़ करता दिख रहा है। जिससे नप प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली उजागर होने के साथ मोक्षधाम के सौंदर्यीकरण पर ग्रहण लगने से नागरिकों में रोष है।   

नगर परिषद क्षेत्र से प्रतिदिन 50 टन से अधिक कचरा सफाईकर्मी घंटागाडि़यों की मदद से उठा रहे हैं। जिसे गणेशनगर में स्थित निजी खुले जमीन पर बने डम्पिंग यॉर्ड में फेंका जा रहा था। जो मोक्षधाम परिसर से सटा हुआ है। इस डम्पिंग यॉर्ड में मृत जानवर, अस्पताल की गंदगी और लाखों टन कचरा फेंका जा चुका है। अज्ञातों द्वारा आग लगाए जाने से डम्पिंग के जहरीले धुंए से समीपस्थ कॉलोनिवासियों में श्वसन से संबधी बीमारियों का खतरा बढ़ चुका था। इस खतरे से नप प्रशासन को अवगत किया गया। बावजूद समस्या जस की तस बनी रहने से क्षेत्रवासियों ने आंदोलन का रुख अपनाया था। वहीं जमीन मालिक के हस्तक्षेप के बाद नप प्रशासन ने कचरा फेंकना बंद कर दिया। लेकिन मोक्षधाम से सटे नप के मालकीयत की जमीन पर कचरा फेंकने का सिलसिला जारी है। वर्षों से डम्पिंग यॉर्ड में फेंका लाखों टन कचरा नप ने नहीं उठाया। कचरे के ढेर बेमौसम बारिश से सड़ चुके हैं। बहनेवाले गंदे पानी का जगह-जगह जमावड़ा लगा है। जिससे मोक्षधाम परिसर का माहौल बदबूदार होने के साथ ही संक्रमण का खतरा अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होनेवाले नागरिकों पर मंडराता नजर आ रहा है। 

शहर से सटे मोक्षधाम के सौंदर्यीकरण पर नप प्रशासन, सामाजिक संस्था, दानदाताओं की मदद से करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। जिसके सौँदर्यीकरण की चर्चा सर्वत्र व्याप्त है। लेकिन बीते कुछ दिनों से मोक्षधाम की सौँदर्यीकरण पर परिसर में फैली गंदगी और बदबूदार माहौल से ग्रहण लगा नजर आ रहा है। इनदिनों संक्रमण का खतरा मंडराने से निर्माण समस्या को शिघ्र हल करने की मांग शहरवासियों ने की।

समस्या शीघ्र हल होगी

 सी.ए. राणे, प्रशासकीय अधिकारी, नगर परिषद के मुताबिक नप प्रशासन व्दारा कचरा प्रबंधन के लिए कई बार कोशिश की गयी। ग्रामीणों के विरोध की वजह से अब तक पर्याप्त व्यवस्था नहीं हुई। फिलहाल नप के मालकीयत की जमीन पर सफाईकर्मी कचरा फेंक रहे है। निर्माण समस्या शिघ्र हल की जायेंगी।  

Created On :   13 Jan 2022 6:03 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story