ट्रेडमार्क व कॉपीराइट उल्लंघन पर हुई कार्रवाई, 2.5 लाख का तेल जब्त

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ट्रेडमार्क व कॉपीराइट उल्लंघन पर हुई कार्रवाई, 2.5 लाख का तेल जब्त



- माधुरी कंपनी के लीगल एडवाइजर के वकीलों ने 30 हजारी कोर्ट, दिल्ली के आदेश पर की कार्रवाई
डिजिटल डेस्क बालाघाट। ट्रेडमार्क रिफाइंड सोयाबीन तेल कंपनी माधुरी से मिलते-जुलते नाम से खाद्य तेल बेचने के मामले में शुक्रवार को छापामार कार्रवाई हुई। उक्त कार्रवाई माधुरी रिफाइनर्स प्राइवेट लिमिटेड के लीगल एडवाइजर नवकार एसोसिएट्स के अधिवक्ता विश्वजीत अहिरवार और आईपीआर एडवाइजर विजय सोनी, नम्रता जैन सहित अन्य वकीलों द्वारा की गई। जानकारी के अनुसार, सुभाष चौक स्थित किशनचंद बोलूमल की दुकान सहित गोदामों पर छापामार कार्रवाई करते हुए गोदाम से मधुर माधवी नामक तेल की पेटी और केन बरामद की गई है। इस संबंध में 30 हजारी कोर्ट, दिल्ली से आए लोकल कमीशनर पुष्प सैनी ने बताया कि विगत लंबे समय से हमें शिकायत मिल रही थी। माधुरी कंपनी की शिकायत पर हजारी कोर्ट द्वारा कार्रवाई करने के आदेश प्राप्त हुए थे।
8 सदस्यी टीम ने की कार्रवाई
श्री सैनी ने बताया कि हमारी 8 सदस्य टीम दिल्ली से बालाघाट पहुंची, जहां पर कोर्ट से मिले आदेश का पुलिस के सरंक्षण में पालन किया गया। कार्रवाई के दौरान हमें गोदाम से बड़ी मात्रा में मधुर माधवी नामक रिफाइंड सोयाबीन तेल की पेटियां व केन मिले। टीम का कहना रहा कि व्यापारी के पास किसी तरह का रजिस्ट्रेशन नहीं है। वहीं, व्यापारी का कहना रहा कि उनके पास उक्त तेल कंपनी का रजिस्ट्रेशन है। विवादों से भरी इस कार्रवाई में देर तक हंगामा भी हुआ।
गोदाम से ये किया जब्त
श्री सैनी ने बताया कि यह ट्रेडमार्क व कॉपीराइट उल्लंघन का मामला है। ट्रेडमार्क कंपनी माधुरी की शिकायत और हजारी कोर्ट के ऑर्डर पर उक्त कार्रवाई की गई है। इसमें 15 लीटर की 96 केन, 15 लीटर की 15 टीन, 5-5 लीटर के 32 डिब्बे जब्त किए गए हैं। विक्रेता से उक्त राशि का बॉन्ड भरवाया गया है। शुरुआती जांच में मधुर माधवी का मिलता-जुलता नाम, रंग, ब्रैंड में प्रकाशित होने वाली लड़की का हूबहू स्टिकर पाया गया है, जो कि माधुरी कंपनी का टैगमार्क है, जिसे माधुरी के नाम, रंग-आकार के रूप में पहचाना जाता है, जिसका फायदा उठाते हुए किशनचंद बोलूमल के प्रोपराइटर द्वारा कॉपी करते हुए उसी के जैसे स्टिकर बनाकर बड़ी संख्या में तेल की सप्लाई की जा रही थी।
कार्रवाई के दौरान हुआ जमकर विवाद
हजारी कोर्ट द्वारा नियुक्त लोकल कमीश्नर पुष्प सैनी की अगुवाई में की गई कार्रवाई के दौरान कई बार दुकान के प्रोपराइटर एवं व्यापारियों के बीच विवाद की स्थिति बनी। गोदाम से जब्त किए गए माल को दुकानदार की दुकान पर ही ले जाकर उसे सुपुर्द किया जाएगा, जिसको लेकर दुकानदार एवं व्यापारियों का कहना था कि टीम ने जिस स्थान से माल जब्त किया है, उसी स्थान पर सुपुर्दनामे पर माल दिया जाए और इसके एवज में कंपनी द्वारा जो हमें क्लेम किया गया है, उसका चेक देने को तैयार हैं, लेकिन कमिश्नर इस बात को लेकर तैयार नहीं थे। जिसको लेकर कई घंटों तक विवाद की स्थिति बनी रही।
इनका कहना है
माधुरी रिफाइनरी एक ट्रेडमार्क कंपनी है, जिससे मिलते-जुलते मधुर माधवी के नाम पर शहर में अलग-अलग मात्रा में तेल बेचा जा रहा था। माधुरी कंपनी की शिकायत पर छापामार कार्रवाई की गई है। माल जब्त कर व्यापारी से माल की राशि का चेक लेकर सुपुर्द कर दिया गया है।
पुष्प सैनी, लोकल कमीश्नर, 30 हजारी कोर्ट
हमने ब्रांड रजिस्टर्ड कराया है। ये बड़े व्यापारियों द्वारा छोटे व्यापारियों को खत्म करने की कार्रवाई है। हमने कॉपी राइट या ट्रेडमार्क का उल्लंघन नहीं किया है। कोर्ट द्वारा कार्रवाई को लेकर जो आदेश दिए गए थे, उसको लेकर हमने टीम को शांतिपूर्वक सहयोग किया।
विनोद कुमार सचदेव, प्रोपराइटर, किशनचंद बोलूमल 

Created On :   7 July 2021 10:30 PM IST

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