संबल व कर्मकार योजना के फर्जीवाड़े मामलों में हुई कार्रवाई

Action taken in fake cases of Sambal and Karmakar Yojana
 संबल व कर्मकार योजना के फर्जीवाड़े मामलों में हुई कार्रवाई
 संबल व कर्मकार योजना के फर्जीवाड़े मामलों में हुई कार्रवाई

-जिला पंचायत सीईओ ने जनपद पंचायत वैढऩ व चितरंगी के दो ग्राम पंचयतों के सचिव व प्रधान को नोटिस
डिजिटल डेस्क  सिंगरौली(वैढऩ)।
 संबल व कर्मकार योजना में हुए फर्जीवाड़ा मामलों में कार्रवाई शुरू हो गई है। जिला पंचायत सीईओ साकेत मालवीय ने जनपद पंचायत वैढऩ व चितरंगी के ग्राम पंचायत कोयल खूंथ व दीघवार के प्रधान व सचिव के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उधर जिला पंचायत सीईओ द्वारा शुरू हुई कार्रवाई को लेकर फर्जीवाड़ा में शामिल पंचायत अन्य कर्मियों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। दरअसल विगत दिनों जनपद पंचायत वैढऩ अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोयल खूंथ में कर्मकार कल्याण के तहत फर्जीवाड़ा हुआ था। जिसमें सचिव राधे शरण शाह ने बृहस्पतिया शाह पत्नी लालमन शाह का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया था। इसके अलावा उसके मरने के बाद उसका कर्मकार योजना में पंजीयन किया जाना भी पाया गया है। फर्जीवाड़ा करने वाले यहीं नही रूके हैं। 5 वर्ष पूर्व मरी बृहस्पतिया देवी का बैंक में खाता आवेदन पत्र स्वीकृत करने के बाद खोलवाया गया है। बैंक एकाउंट्स खुलने के दूसरे दिन खाते में शासन से कर्मकार योजना की 2 लाख रूपए राशि भी ट्रांसफर करवा दी गई थी। जांच के उपरांत सारे तथ्य सचिव राधेशरण शाह व क्लर्क राजेश पांडेय के विरूद्ध पाये जाने पर जिला पंचायत सीईओ साकेत मालवीय ने दोनो लोगों के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए अपना पक्ष रखने के लिए तीन दिवस का समय दिया है।
जीवित का जारी किया मृत्यु प्रमाण पत्र
कारण बताओ नोटिस जारी होने का दूसरा मामला जनपद पंचायत चितरंगी से जुड़ा हुआ है। ग्राम पंचायत चितरंगी में पदस्थ सचिव ब्रह्म प्रताप सिंह ने बाबू राकेश श्रीवास्तव ने मिलीभगत करते हुए जीवित लल्लू कोल पिता लंगर कोल निवासी डिघवार का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया जाना पाया गया है। इसके बाद कूट रचित दस्तावेज संलग्न कर संबल योजना की दो लाख रूपए की अनुग्रह राशि स्वीकृति दिलाई गई है। जांच में पाया गया है कि बगैर जांच के 13 मार्च 2020 को सुमरी देवी कोल के बंैक खाते में भुगतान हुआ है। इसके बाद सचिव ने अपने ड्राइवर छोटे के अंगूठे का बायोमेट्रिक बनाकर 10 हजार रूपए प्रतिदिन निकाल लिया गया है। जिसे शासकीय कर्तव्य के विपरीत पाते हुए जिला पंचायत सीईओ साकेत मालवीय ने बाबू राकेश श्रीवास्तव व सचिव ब्रह्म प्रताप सिंह को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए तीन दिवस का समय देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
अन्य फर्जीवाड़े में पाई गई है संलिप्तता
जांच के दौरान पाया गया है कि एक दूसरा प्रकरण सरिता साकेत पति कालीचरण साकेत  निवासी डिघवार के नाम से भी सचिव ब्रह्म प्रताप सिंह द्वारा जनपद पंचायत चितरंगी में प्रस्तुत किया गया था। जिसमें संलग्न मृत्यु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पासबुक सभी कूटरचित पाये जाने पर आवेदन को निरस्त कर दिया गया था। इसके पूर्व भी इस तरह के कई फर्जीवाड़ा आरोपी सचिव द्वारा किया गया था लेकिन इन मामलों में उसके विरूद्ध कोई सबूत नहीं मिला है।

Created On :   21 Oct 2020 6:39 PM IST

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