बालाघाट: टसर रेशम कृषि पर पाँच दिवसीय क्षमता निर्माण का प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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बालाघाट: टसर रेशम कृषि पर पाँच दिवसीय क्षमता निर्माण का प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

डिजिटल डेस्क, बालाघाट। बालाघाट भारत सरकार द्वारा देशवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपने विभिन्न मंत्रालयों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में रोजगारोन्मूखी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में कपड़ा मंत्रालय के केन्द्रीय रेशम बोर्ड की बालाघाट इकाई–बुनियादी बीज प्रगुणन एवं प्रशिक्षण केन्द्र, बालाघाट द्वारा वर्तमान में जारी वैश्विक महामारी – कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए केपेसिटी ट्रेनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत “क्षमता निर्माण” के लिए दिनांक 26 से 30 अक्टूबर, 2020 तक पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर केन्द्र प्रमुख डॉ॰ बावस्कर दत्ता मदन, वैज्ञानिक-बी द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को टसर रेशम कृषि की विस्तृत जानकारी दी गई, जिसमें मुख्यतः टसर गुणवत्तायुक्त रेशम उत्पादन, बीजोत्पादन, पीडक तथा रोग नियंत्रण के उपाय एवं कम लागत में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन के विषय शामिल रहे। श्री आर॰एस॰ पटेल, जिला रेशम अधिकारी द्वारा रेशम बीज के परिवहन तथा म॰प्र॰रेशम विभाग द्वारा कृषकों के लिए जारी विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर श्री विजय नन्दवार, प्रक्षेत्र अधिकारी, कोसा बीज केन्द्र, वारासिवनी द्वारा तसर कोसा से रीलिंग तथा उससे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से व्याख्यान दिया गया साथ ही श्री के0एल0 घोरमारे, रेशम निरीक्षक द्वारा कीटपालन के दौरान कीटों की विभिन्न अवस्थाओं में होने वाले रोग एवं उनके रोकथाम से संबंधित जानकारी दी गई। डॉ॰ सोमनाथ सरवदे, सहायक प्राध्यापक, कृषि महाविद्यालय, मुरझड़ द्वारा वनों में पाए जाने वाले साजा एवं अर्जुन पौधों की देखभाल तथा उनपर होने वाले रोग के नियंत्रण से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। उक्त विषय-विशेषज्ञों के अतिरिक्त केन्द्रीय रेशम बोर्ड, कार्यालय के वरिष्ठ तकनीकी सहायकों क्रमश: श्री आर0के ठाकरे एवं श्रीमती आर0बी0 कुरैशी तथा श्री सैयद हसीबुद्दीन, प्रक्षेत्र सहायक ने कीटपालन प्रक्षेत्र एवं बीजागार के रख-रखाव, नर्सरी तैयार कर उन्हें रोपित करना, कोसा एवं बीजोत्पादन संबंधी प्रशिक्षण दिया गया।प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न वन परिक्षेत्रों का भ्रमण भी करवाया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थियों में हर्ष एवं उत्साह देखा गया तथा उन्होंने अपने अनुभव के बारे में बताया कि यह कार्यक्रम हमारे भविष्य के रोजगार के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। दिनांक 30-10-2020 को बीजागार कैम्प वारा में डॉ॰ सोमनाथ सरवदे, सहायक प्राध्यापक, कृषि महाविद्यालय, मुरझड़ के मुख्य आथित्य में कार्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया।

Created On :   31 Oct 2020 3:44 PM IST

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