बिजली के ग्रामीण उपभोक्ताओं पर 40 करोड़ की देनदारी

40 crore liability on rural consumers of electricity
 बिजली के ग्रामीण उपभोक्ताओं पर 40 करोड़ की देनदारी
 बिजली के ग्रामीण उपभोक्ताओं पर 40 करोड़ की देनदारी

डिजिटल डेस्क सीधी। विद्युत कंपनी के कड़े निर्देश व सख्ती के बाद भी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के बिजली उपभोक्ताओं पर 39 करोड़ 58 लाख 39 हजार 133 रूपये की देनदारी लंबित है। दूसरी तरफ 18 करोड़ की राशि विद्युत उपभोक्ता प्रतिमाह स्वयं जमा करा रहे हैं। वावजूद इसके इतनी बड़ी भुगतान राशि बाकी है।  उल्लेखनीय है कि मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की संख्या एवं क्षेत्रीय स्थिति के अनुसार तीन सब डिवीजनों में 17 विद्युत वितरण केन्द्रों केा संचालित  किया है। जिसके अंतर्गत विद्युत वितरण केन्द्र अमिलिया, बहरी, निवास, मड़वास, मझौली, चुरहट, रामपुर नैकिन, बघवार, खड्डी, हनुमानगढ़, सेमरिया, मवई, पटपरा, कुचवाही, नेबूहा, खाम्ह तथा सीधी ग्रामीण शामिल हैं। जहां विद्युत व्यवस्था को दुरूस्त रखने एवं विद्युत बिलों के भुगतान राशि का कलेक्शन करने का जिम्मा भी उन्हें सौंपा गया है। विद्युत वितरण केन्द्रों को मिलाकर तीन सब डिवीजन निरीक्षण करने में लगाये गये हैं। इसके बाद भी हालात यह हैं कि न तो ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत की ठीक से सप्लाई हो पा रही है और न ही बकाया भुगतान राशि की वसूली हो पा रही है। जिसके चलते 31 जनवरी 2020 की स्थिति में 39 करोड़ 58 लाख 39 हजार 133 रूपये बकाया है। लिहाजा कर्मचारियों एवं अधिकारियों की उदासीनता के चलते उपभोक्ता एवं विभाग दोनों परेशान हैं। 
विद्युतीकरण में ठेकेदारों ने की जमकर गड़बड़ी
जिले में विद्युतीकरण के नाम पर भारी भरकम राशि तो खर्च हेा गई है किंतु कहीं भी बेहतर काम नहीं हुआ है। ठेकेदारों ने कहीं आड़े तिरछे खंभे गाड़े तो कहीं लचकदार वायर लगाकर काम पूरा कर दिया है। विभाग के एक कनिष्ठ यंत्री द्वारा जबलपुर मण्डल के वरिष्ठ अधिकारियों और ऊर्जा मंत्री तक  विद्युत ठेकेदारों द्वारा की गई गड़बड़ी की जानकारी भेजे जाने पर निरीक्षण कराने के बाद कुल राशि 74.44 करोड़ में से 10.46 करोड़ की कटौती कर ली गई है। राशि भुगतान में कटौती तो की गई पर गड़बड़ी को लेकर ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई हुई है यह पता नहंी चल पाया है। जाहिर है जब दस करोड़ से ऊपर की राशि भुगतान में कटौती हुई है तो इतनी ही बड़ी गड़बड़ी भी जांच के दौरान मिली होगी। फिलहाल विद्युत उपभोक्ताओं को तो बिल भरना ही है चाहे लचकदार खंभे लगे हों या खंभों के तार जमीन केा छूकर निकल रहे हों। 
पीडी कनेक्शनों की डूब रही करोड़ों की राशि
जिले के सैकड़ों ग्रामीण उपभोक्ताओं के कनेक्शन स्थाई रूप से काट दिये गये हैं किंतु उन उपभोक्ताओं की बची देनदारी जो करोड़ों रूपये में अभी भी बाकी है जिसे पाने के लिय विभागीय प्रयास तो किये जा रहे हैं किंतु निराशा ही हाथ लगी है। कारण यह कि कई ऐसे बकायादार हैं जिनकी भुगतान राशि लाखों मे है फिर भी उनसे वसूली करने में विभाग को पसीने छूट रहे हैं। लिहाजा करोड़ों की भुगतान राशि ऐेसे कनेक्शन धारियों से न वसूल पाने की स्थिति में डूबने की कगार पर पहुंच गई है। 

Created On :   7 Feb 2020 3:37 PM IST

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