एक किमी पर खर्च हो रहे 2.37 करोड़ रू. इसके बावजूद परेशानी का सफर

2.37 crores being spent on one km. Despite the trouble
एक किमी पर खर्च हो रहे 2.37 करोड़ रू. इसके बावजूद परेशानी का सफर
निर्माण में तकनीकी खामियां, जियोमेट्री का पर्याप्त ध्यान नहीं एक किमी पर खर्च हो रहे 2.37 करोड़ रू. इसके बावजूद परेशानी का सफर

 डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । मप्र रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन परासिया रोड के चौड़करण का कार्य कर रहा है। शहर के षष्ठी माता मंदिर से रिंग रोड तिराहा तक कुल 8.1 किमी तक सड़क चौड़ी हो रही है। करीब 6 किमी का काम पूरा हो चुका है, जबकि 2.1 किमी निर्माणाधीन है। चौड़ीकरण के उक्त कार्य में 19.26 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। मतलब एक किमी पर करीब 2.37 करोड़ रुपए का व्यय हो रहा है। बावजूद इसके सड़क निर्माण के दौरान ही हिलोरे मार रही है। तकनीकी समझ रखने वालों के मुताबिक निर्माण में जियोमेट्री का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जिसके कारण अंडुलेशन, स्लोब और कर्व की समस्या बन सकती है। निर्माण की उक्त तकनीकी चूक का खामियाजा यहां से गुजरने वालों को भुगतना पड़ सकता है।
स्लोब पर्याप्त नहीं, सड़क पर पानी जमा होने की स्थिति
परासिया रोड के चौड़ीकरण कार्य में सड़क के स्लोब में खामियां सामने आ रही हैं। बारिश का पानी सड़क पर एक निश्चित समय पर बह जाना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। बारिश का पानी कई जगह थमने की स्थिति बन रही है।
अंडुलेशन ज्यादा होने पर हिलोरे मार रही सड़क
तकनीकी जानकारों के मुताबिक अंडुलेशन ज्यादा होने की स्थिति में सड़क में स्मूथ वाहन नहीं चल पाते हैं, सड़क हिलोरे मारती है। अंडुलेशन टेस्ट की जरूरत बताई जा रही है। उक्त टेस्ट लंबाई और चौड़ाई दोनों ही तरह के होते हैं।
निर्माण की धीमी चाल भी बनी परेशानी
परासिया रोड शहर का सबसे व्यस्ततम मार्ग कहलाता हैं। बावजूद इसके यहां सड़क निर्माण की चाल धीमी है। पिछले करीब तीन माह से काम बंद पड़ा हुआ है। दोनों ओर खुदाई कर छोड़ दी गई है। जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है।
पोल शिफ्टिंग के लिए परमिट नहीं मिल रहा
सड़क चौड़ीकरण कार्य के लिए पुराने बिजली पोल व लाइन की शिफ्ंिटग की जाना है। परतला से शहर की ओर आधे हिस्से में पोल के साथ लाइन शिफ्टिंग का कार्य हो भी चुका है। जबकि बाकी के लिए बिजली कंपनी से परमिट मांग के अनुसार नहीं मिल पा रहा है। इसी को एमपीआरडीसी के अधिकारी देरी का कारण बता रहे हैं।
अधूरी नालियों में समा रहे वाहन
सड़क के दोनों छोर पर आरसीसी डे्रनेज सिस्टम भी बनाया जा रहा है। इसकी गुणवत्ता एक अलग विषय है, लेकिन निर्माण की धीमी गति से खुदे हुए गड्ढों में वाहनों के समाने की स्थिति बन रही है। बुधवार शाम को संजू ढाबा के पास एक दोपहिया सवार नाली में समा गया।
कहां-कितनी चौड़ी हो रही सड़क
> इंदिरा तिराहे से षष्ठी माता मंदिर: 14 मीटर चौड़ाई (फोरलेन) पहले ही है
> षष्ठी माता मंदिर से 5 किमी तक: 14 मीटर सड़क के साथ डिवाइडर बनेगा
> पोआमा से रिंग रोड तिगड्डा तक: 10 मीटर तक चौड़ी होगी सड़क
> सड़क चौड़ीकरण कहां तक होगा: 8.1 किलोमीटर तक चौड़ीकरण होगा
इनका कहना है...
निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बारिश की वजह से परमिट नहीं मिल पा रहा है। पोल व लाइन शिफ्टिंग होते ही शेष निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- गगन भाबर, डीएम, एमपीआरडीसी

Created On :   7 Oct 2021 3:23 PM IST

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