चुनाव के नाम पर फर्जी बिलों का खेल }गुलगंज में कर्मचारियों के भोजन पर 20 हजार की गैस खर्च हो गई

20 thousand gas was spent on the food of the employees in Gulganj
चुनाव के नाम पर फर्जी बिलों का खेल }गुलगंज में कर्मचारियों के भोजन पर 20 हजार की गैस खर्च हो गई
छतरपुर चुनाव के नाम पर फर्जी बिलों का खेल }गुलगंज में कर्मचारियों के भोजन पर 20 हजार की गैस खर्च हो गई

डिजिटल डेस्ट, छतरपुर । पंचायत चुनाव में मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं के नाम पर सचिवों ने लाखों रुपए के बिल भुगतान के लिए लगाए हैं। मतदान केंद्र के एक कक्ष की सफाई का खर्च 5 से 7 हजार रुपए तक दर्शाया है। इस तरह से सिर्फ पंचायतों में ही सचिवों द्वारा सिर्फ सफाई के नाम पर ही 25 से 30 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। जिले के बिजावर विकासखंड की अधिकांश पंचायतों में यह स्थिति देखने को मिल रही है। अभी जहां गुलगंज पंचायत से ढाई लाख से अधिक के भुगतान की बात सामने आई थी, वहीं अब जैतपुर और अनगौर पंचायत में फर्जी भगुतान की बात सामने आई है।
जैतपुर में 1.45 लाख के बिल
बिजावर ब्लाक की जैतपुर ग्राम पंचायत में 4 मतदान केंद्र बनाए गए थे। यहां एक परिसर में जहां लगातार तीन कमरों में वोटिंग हुई है, वहीं एक अन्य कक्ष में भी वोटिंग हुई है। इन तीन कमरों की सफाई के बिल का भुगतान जहां पंचायत सचिव राजेश पाडेय द्वारा 20 हजार रुपए का किया गया, वहीं अन्य कक्ष की सफाई के एवज में 7 हजार रुपए का बिल लगाया गया है। वहीं बूथ के कपड़े का बिल 2 हजार रुपए दर्शाया गया है। चार बूथ पर 8 हजार रुपए बूथ कपड़े के नाम पर बिल लगाया गया। फाइल कवर की राशि 5 हजार रुपए दशाई गई। वहीं मतदान केंद पर रसोई के लिए उपयोग हुए सिलेंडर के नाम पर 9 हजार रुपए के बिल लगाए गए। टेंट सामग्री के साथ के तीन जनरेटर के भी बिल लगाए हैं, जिनका उपयोग होना बताया गया है। इस तरह भी भारी भरकम सामग्री के नाम से एक लाख 45 हजार रुपए की राशि पंचायत सचिव द्वारा सिर्फ चुनाव खर्च के नाम पर आहरण की गई है। आरोप हैं कि उक्त पंचायत में अधिकांश कार्य सिर्फ कागजों में सिमटे हुए हैं, जिनका मौके पर नामोनिशान नहीं है।
गुलगंज में 2 लाख 72 हजार का भुगतान
गुलगंज में पंचायत चुनाव में व्यवस्थाओं के नाम पर 2 लाख 72 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। यहां भी बूथ के कपड़ों और अन्य सामग्री के नाम भारी भरकम राशि ठिकाने लगाई गई है। यहां रसोई गैस के सिलेंडरों के नाम पर ही 20 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। जबकि सचिव के अनुसार चुनाव कार्यक्रम के दौरान रसोई में उपयोग किए गए सिलेंडरों की संख्या 10 है। आश्चर्य की बात यह है कि जो भोजन चुनाव में दिया गया, अगर उसमें दस सिलेंडर लग जाएंगे तो उससे तो डेढ़ हजार से अधिक लोगों का भोजन बन जाएगा। आखिर 10 सिलेंडर की खपत कैसे हो सकती है। इस मामले में सचिव मंगू लाल कुशवाहा का कहना है कि जो बिल लगाए गए हैं वे सही हैं और जितनी राशि आहरित की गई है उसका संबंधित दुकानदारों को भुगतान किया जा रहा है।
अनगौर ग्राम पंचायत में एक लाख 87 हजार का भुगतान
अनगौर पंचायत में चुनाव खर्च के नाम पर एक लाख 87 हजार रुपए की राशि का अहरण किया गया है। यहां सीसी टीवी कैमरों के नाम पर 61 हजार का भुगतान है। इसी तरह अन्य सामग्री को दर्शाया गया है।  यहां भी कक्षों की सफाई के नाम पर भारी भरकम राशि का भुगतान हुआ है, जबकि दो मजदूर ही एक दिन में सफाई कर सकते थे। ग्रामीणों के अनुसार उक्त पंचायत में अन्य कार्यों के भी यही हाल रहे हैं। जहां फर्जी बिलों के नाम पर लाखों रुपए के भुगतान किए जाने के आरोप हैं।  
Ãयदि पंचायत सचिवों ने चुनाव व्यवस्थाओं के नाम पर आवश्यकता से अधिक खर्च दर्शाया है तो इसकी जांच कराई जाएगी। मामले में सत्यता मिलने पर उनसे राशि वसूल की जाएगी और विधिसंगत कार्रवाई भी जाएगी।  गुलगंज पंचायत की शिकायत सामने आई थी, वहां मैंने नोटिस देकर जवाब मांगा है।
 

Created On :   19 July 2022 6:05 PM IST

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