आखिरकार जारी हुआ 11वीं प्रवेश का टाइमटेबल, बढ़ेंगी सीटें भी

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
आखिरकार जारी हुआ 11वीं प्रवेश का टाइमटेबल, बढ़ेंगी सीटें भी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शिक्षा विभाग ने 11वीं कक्षा की प्रवेश प्रक्रिया का टाइम-टेबल जारी किया है। इसके अनुसार सर्वप्रथम बाईफोकल शाख के प्रवेश होंगे। इसके बाद जनरल शाखा के प्रवेश होंगे। 19 से 23 जून के बीच  बाईफोकल शाखा के आवेदन का भाग 2 भरा जाएगा।  इसी तरह 19 से 28 तक बाईफोकल शाखा को छोड़ कर अन्य शाखा के आवेदन भाग1 और भाग 2 भरे जाएंगे। 24 जून को दोपहर 2 बजे बाईफोकल की प्रोविजनल मेरिट लिस्ट जारी होगी। 25 जून को पहली मेरिट लिस्ट जारी होगी। 26 और 27 को ऑनलाइन एडमिशन होंगे। 1 जुलाई को जनरल शाखा की मेरिट लिस्ट जारी होगी। 2 और 3 जून को शिक्षा उपसंचालक कार्यालय में इसकी त्रुटियां दूर की जाएंगी।

5 जुलाई को अंतिम जनरल मेरिट लिस्ट जारी होगी। 8 से 10 जुलाई को ऑनलाइन एडमिशन होंगे। 10 जुलाई को वैकेंसी की जानकारी प्रकाशित की जाएगी। 11 और 12 जुलाई को आवेदन मंे संशोधन किया जाएगा। 15 जुलाई को दूसरी जनरल मेरिट लिस्ट जारी होगी। 16 से 18 जुलाई तक ऑनलाइन प्रवेश होंगे। 18 जुलाई को वैकेंसी घोषित की जाएागी। 19 और 20 जुलाई को आवेदन में संशोधन किया जाएगा। 23 जुलाई को तीसरी जनरल मेरिट लिस्ट जारी होगी। 24 से 26 जुलाई को प्रवेश होंगे। 26 जुलाई को खाली बची सीटों की जानकारी प्रकाशित होगी। 27 से 29 जुलाई तक संशोधन हो सकेगा। 30 को विशेष मेरिट लिस्ट जारी होगी। 3 अगस्त को खाली सीटों की जानकारी प्रकाशित की जाएगी।

11वीं की सीटें बढ़ेंगी  

इस साल जारी हुए 10वीं बोर्ड के नतीजों में जहां सीबीएसई का परिणाम सुधारा तो राज्य शिक्षा मंडल का परिणाम गिरा है। ऐसे में 11वीं की केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया में सीबीएसई के छात्रों का दबदबा रहेगा। इसके कारण कहीं राज्य शिक्षा मंडल के विद्यार्थियों का नुकसान न हो इसलिए शिक्षा विभाग ने 11वीं कक्षा में कुछ कॉलेजों मंे सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में मंगलवार को शिक्षा विभाग के संचालक दिनकर पाटिल ने कुछ नामी कालेजों के प्राचार्यों के साथ धनवटे नेशनल कालेज के सभागृह में बैठक ली।  

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों शिक्षा मंत्री ने 11वीं प्रवेश के दौरान सीबीएसई छात्रों के इंटरनल मार्क्स नहीं जोड़े जाने के निर्देश दिये थे। साथ ही प्रवेश से वंचित विद्यार्थी हाईकोर्ट भी जा सकते है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने सीटें बढ़ाने का निर्णय लिया है। बैठक में पाटिल ने सभी प्राचार्यों से विचार-विमर्श भी किया। सीटें बढ़ाने के मुद्दे पर कुछ प्राचार्यों का कहना था कि वैसे भी केंद्रीय प्रवेश पद्धति के कारण अनेक जूनियर कालेजों में सीटें खाली रह जाती हैं।  पिछले वर्ष भी साइंस और बाईफोकल में 10000 से अधिक सीटें खाली रह गई थी।  छात्र कम होने से उन कालेजों के शिक्षक अतिरिक्त हो सकते है। वहीं जिन कालेजों में सीटें बढ़ाकर दी जा रही है।  वहां बैठक व्यवस्था सहित प्रयोगशाला की क्षमता भी है या नहीं इसकी भी पड़ताल करना होगा। यही वजह रही कि कुछ प्राचार्य 10 फीसदी सीटें बढ़ाने के पक्ष में नहीं थे।
 

Created On :   19 Jun 2019 2:24 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story