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पहली बार गोसीखुर्द बांध में शत-प्रतिशत पानी
डिजिटल डेस्क, भंडारा। जिले के पवनी तहसील में बनाए गए गोसीखुर्द प्रकल्प काे पहली बार 1146 दलघमी तक शत-प्रतिशत भरा गया है। गोसीखुर्द बांध विभाग द्वारा नवंबर माह से चल रही गोसीखुर्द बांध को शत-प्रतिशत भरने की प्रक्रिया मंगलवार, 11 जनवरी को पूर्ण हो गई है। इसके साथ ही वैनगंगा नदी का जलस्तर 245.500 मीटर तक होकर नदी उफान पर बह रही हंै। जिसके चलते जिला प्रशासन की ओर से वैनगंगा नदी से सटे गांवों व आसपास परिसर में अलर्ट जारी किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गोसीखुर्द बांध विभाग द्वारा महाराष्ट्र स्टेट कंट्रोल यूनिट के माध्यम से सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके लिए सैटेलाइट से निकाली गई प्रकल्प की तस्वीरों की आवश्यकता होगी। यह प्राप्त होते ही इन तस्वीरों के आधार पर ड्रोन की सहायता से सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण किया जाएगा। ऐसी स्थिति में आगामी 15 दिन अर्थात जनवरी माह के अंतिम सप्ताह तक बांध पूर्ण भरा रखने के लिए वैनगंगा नदी का कारधा में जलस्तर 245.500 मीटर रखा जाएगा।
सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण होने पर गोसीखुर्द बांध का पानी धीरे-धीरे छोड़ा जाएगा। यहां बता दें कि गोसीखुर्द बांध बनने के बाद कभी भी यह पूर्ण क्षमता 1146 दलघमी तक नहीं भरा गया है। मंगलवार,11 जनवरी को कारधा में वैनगंगा नदी का जलस्तर 245.500 मीटर पर पहंुचा तो बांध पूर्ण क्षमता से भरने में कामयाबी मिली। इससे पूर्व गोसीखुर्द बांध विभाग द्वारा सैकड़ों ग्रामों की हजारों हेक्टेयर खेती, कई मकान, गांवों की खाली जगह अधिग्रहित कर उन्हें मुआवजा देने का कार्य किया गया। बांध के लिए भूमि का अधिग्रहण केवल अनुमानित तौर पर किया गया था। यानी इस अधिग्रहण में निश्चितता नहीं थी। जिसके कारण गोसीखुर्द बांध विभाग ने प्रकल्प में पहली बार 1146 दलघमी तक पानी भरने का नियोजन बनाया। इसके लिए नवंबर माह में कार्य शुरू हुआ। दिसंबर तक बांध पूर्णता भरने का अनुमान था। लेकिन वैनगंगा नदी में जलधारा कम होने से इसे दो सप्ताह अधिक समय लगा। जैसे जैसे गोसीखुर्द बांध में जल संग्रह किया जाने लगा, अधिग्रहित भूमि के अलावा परिसर के कई स्थानों में बांध का पानी भरने लगा। इससे यह स्पष्ट हो गया कि जितनी भूमि अभी बांध के लिए अधिग्रहित की है, उससे अधिक जगह पर बांध का पानी जा रहा है। इसकी सटिक जानकारी हासिल करने के लिए अब गोसीखुर्द बांध विभाग महाराष्ट्र स्टेट कंट्रोल यूनिट के माध्यम से सर्वेक्षण किया जाएगा।
अब शुरू होगा सर्वेक्षण का कार्य
आर. जी. शर्मा, कार्यकारी अभियंता, गोसीखुर्द विभाग, वाही के मुताबिक मंगलवार को गोसीखुर्द बांध का जलस्तर 245.500 मीटर तक पहुंच गया है। जलस्तर बढ़ाते समय यह पता चला कि जो अधिग्रहित नहीं हुई है, ऐसी जगहों पर पानी भरा है। प्रकल्प की सैटेलाइट तस्वीरें प्राप्त होते ही महाराष्ट्र स्टेट कंट्रोल यूनिट के माध्यम से सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण किया जाएगा। बांध का जलस्तर पंद्रहा दिन ऐसे ही बना रहेगा। जनवरी माह के आखिर में प्रकल्प से पानी छोड़ा जाएगा।
Created On :   12 Jan 2022 7:26 PM IST