New Delhi News: सौर ऊर्जा की सर्वाधिक संभावना वाले देशों में भारत शामिल - केंद्र

सौर ऊर्जा की सर्वाधिक संभावना वाले देशों में भारत शामिल - केंद्र
  • सौर वेफर और इनगॉट निर्माण के लिए पूंजीगत सब्सिडी योजना को नहीं दी गई मंजूरी
  • सौर ऊर्जा की सर्वाधिक संभावना वाले देशों में भारत शामिल

New Delhi News. केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट कहा है कि सौर वेफर और इनगॉट निर्माण के लिए 1 बिलियन अमरीकी डॉलर की पूंजीगत सब्सिडी योजना को मंजूरी नहीं दी गई है। इसके साथ ही सरकार ने यह भी दावा किया है कि भारत सौर ऊर्जा के लिए सर्वाधिक संभाव्यता वाले देशों में एक है।

नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा व विद्युत राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने राज्यसभा में भाजपा सांसद धैर्यशील पाटिल के पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।

वहीं, भाजपा सांसद अशोक चव्हाण के पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सौर ऊर्जा के लिए सर्वाधिक संभाव्यता वाले देशों में एक है। देश का अधिकांश भाग 4-7 किलोवाट घंटा प्रति वर्ग मीटर प्रति दिन की सौर ऊर्जा प्राप्त करता है। राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (नाइस) द्वारा देश में लगभग 748 गीगावाट की कुल सौर संभाव्यता का अनुमान लगाया गया है।

नाईक ने आगे बताया कि देश में सौर ऊर्जा उत्पादन उपकरणों, जैसे कि सौर पीवी मॉड्यूल की लागत में पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय कमी आई है और यह वर्तमान में 15-25 रुपए प्रति वाट पीक की श्रेणी में है, जो अन्य जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा स्रोतों से सस्ती है। उन्होंने यह भी बताया कि देश में सौर ऊर्जा क्षमता में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। वर्ष 2023-24 के दौरान 15 गीगावाट सौर ऊर्जा स्थापित की गई, जबकि वर्ष 2024-25 के दौरान 31 जनवरी 2025 तक 18.5 गीगावाट की स्थापना की जा चुकी है।

Created On :   18 March 2025 7:02 PM IST

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