सौगात: पीएम ने तीन वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी, देश में चल रही 102 ट्रेनें

पीएम ने तीन वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी, देश में चल रही 102 ट्रेनें
  • आत्मनिर्भर भारत का विजन
  • चेन्नई से नागरकोइल, मेरठ से लखनऊ और मदुरै से बेंगलुरू रूट
  • तीन वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढ़ाते हुए शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये रेलगाडि़या हैं - चेन्नई से नागरकोइल, मेरठ से लखनऊ और मदुरै से बेंगलुरू। यह वंदे भारत एक्सप्रेस का नया और अपग्रेडेड संस्करण है। इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि आज उत्तर से दक्षिण तक देश की विकास यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत रेलगाडि़यों के विस्तार से देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये तीन नई वंदेभारत ट्रेनें महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक शहरों को जोडेंगी। आज देश भर में 102 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं संचालित हो रही है। उन्होंने कहा कि भारत रेलवे स्टेशनों में एक बड़ा बदलाव देख रहा है। भारतीय रेलवे गरीब से लेकर मध्यम वर्ग तक के सभी लोगों को आरामदेह यात्रा की गारंटी देने का कार्य करती रहेगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा बजट में सरकार ने तमिलनाडु के रेलवे बजट के लिए छह हजार करोड़ रूपये से अधिक आवंटित किए हैं।

पीएम ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनें जहां से भी संचालित होती हैं, वहां पर्यटन में वृद्धि हुई है। इसके परिणामस्वरूप स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलता है और इससे रोज़गार के नए अवसर पैदा होते हैं। विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दक्षिण के राज्यों का तेज विकास बहुत जरूरी है। दक्षिण भारत में अपार संसाधन और अवसर हैं। तमिलनाडु और कर्नाटक समेत पूरे दक्षिण का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बीते 10 वर्षों में इन राज्यों में रेलवे की विकास यात्रा इसका उदाहरण है। मोदी ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए दक्षिणी राज्यों का तेजी से विकास जुरूरी है।

जल्द शुरू होगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन

पीएम ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन स्लीपर भी होने वाली है। महानगरों में सुविधा के लिए नमो भारत ट्रेन चलाई जा रही है। जल्द ही वंदे मेट्रो भी शुरू होने जा रही है। अमृत भारत से स्टेशनों की छवि बदल रही है और शहरों की पहचान भी हो रही है। छोटे-से-छोटे स्टेशन को भी अत्याधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। मेरठ-लखनऊ नई वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को दोनों शहरों के बीच मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे पहले पहुंचाएगी. इसी तरह चेन्नई-नागरकोइल वंदे भारत से दो घंटे से अधिक का समय बचेगा तो मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन से करीब डेढ़ घंटा काम समय लगेगा।

चेन्नई-नागरकोइल के बीच होंगे कुल 9 स्टेशन

160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली देश की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक रेल यात्रा का अनुभव प्रदान कराती है. इसमें टकराव-रोधी उपकरण कवच लगा हुआ है और स्वचालित प्लग दरवाज़ों के साथ यात्रियों की मुक्त आवाजाही हो सकती है. इस में चेन्नई-नागरकोईल जाने वाली वंदे भारत ट्रेन के 9 स्टेशन होंगे, जिसमें चेन्नई, तंबाराम, विल्लुपुरम, तिरुचिरापल्ली, डिंडीगुल, मदुरई, कोविलपट्टी, तिरुनेलवेली और नागरकोइल स्टेशन शामिल हैं। बुधवार को छोड़कर यह सप्ताह में 6 दिन चलेगी । इसका चेयरकार का किराया 1,760 रुपए और एग्जीक्यूटिव चेयर का किराया 3,241 रुपए होगा।

Created On :   31 Aug 2024 9:43 PM IST

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