New Delhi News: महिलाओं का समावेशन और सशक्तिकरण सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण - बिरला

महिलाओं का समावेशन और सशक्तिकरण सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण - बिरला
  • "पंचायत से संसद 2.0" कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे लोकसभा अध्यक्ष
  • भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने में महिला नेतृत्व की परिवर्तनकारी भूमिका

New Delhi News. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने में महिला नेतृत्व की परिवर्तनकारी भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि महिलाओं का समावेशन और सशक्तिकरण विशेष रूप से ग्रामीण और जनजातीय समुदायों की महिलाओं का, सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को महिला नेतृत्व के प्रति भारत की प्रगतिशील दृष्टिकोण का प्रमाण बताया।

बिरला सोमवार को संविधान सदन के केन्द्रीय कक्ष में आयोजित "पंचायत से संसद 2.0" कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआई) की 500 से अधिक आदिवासी महिला प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने पीआरआई प्रतिनिधियों से झांसी की रानी लक्ष्मी बाई और आदिवासी नेता भगवान बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों के बलिदान से प्रेरणा लेने का आह्वान किया, जो समानता और संघर्ष के प्रतीक रहे हैं।

लोकसभा अध्यक्ष ने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं की बढ़ती उपस्थिति की सराहना की, जिसमें कई राज्यों ने महिलाओं के लिए अनिवार्य 33% आरक्षण को पार कर लिया है। कुछ मामलों में यह 50% से भी अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि ये उपाय प्रतीकात्मक नहीं हैं, बल्कि टिकाऊ और समावेशी शासन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर ने भी प्रतिनिधियों को संबोधित किया।

Created On :   6 Jan 2025 9:06 PM IST

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