New Delhi News: महाराष्ट्र सरकार की महावेध परियोजना से किसान हो रहे है लाभान्वित, डीजल में भी मिलाया जाएगा इथेनॉल
- मौसम पूर्वानुमान को बेहतर बनाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने स्काईमेट कंपनी के साथ मिलकर महावेध परियोजना शुरु की
- किसान हो रहे है लाभान्वित
- पेट्रोल के बाद डीजल में भी मिलाया जाएगा इथेनॉल
New Delhi News : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने राज्यसभा में बताया कि मौसम पूर्वानुमान को बेहतर बनाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने स्काईमेट कंपनी के साथ मिलकर महावेध परियोजना शुरु की है। इस योजना के तहत जनपद स्तर (10 से 12 गांव समूह) पर स्वचालित मौसम केंद्र (एडब्ल्यूएस) स्थापित किए गए हैं। इससे बारिश, हवा की दिशा, तापमान पर मौसम संबंधी समय से पहले मिल रही जानकारी से किसान लाभान्वित हो रहे है। सांसद डॉ मेधा कुलकर्णी के सवाल के लिखित जानकारी में केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने बताया कि केंद्र ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के साथ-साथ मौसम आधारित फसल बीमा योजना भी शुरु की है, जो राज्य सरकारों और किसानों के लिए स्वैच्छिक है। महाराष्ट्र सरकार ने दोनों योजनाओं को कार्यान्वित किया है और 30 अक्टूबर 2024 तक इसके तहत 25.81 लाख किसानों को नामित किया गया है। इसके अलावा किसानों द्वारा भुगतान किए गए 1409.17 करोड़ रुपये के प्रीमियम के मुकाबले महाराष्ट्र में मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत किसानों को 5955 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया गया है।
पेट्रोल के बाद डीजल में भी मिलाया जाएगा इथेनॉल
देश में पेट्रोल के बाद अब डीजल में भी इथेनॉल मिलाने की योजना पर काम चल रहा है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने डीजल में 5 प्रतिशत इथेनॉल के मिश्रण संबंधी प्रदर्शन तथा उत्सर्जन के आकलन के लिए एक पायलट मूल्यांकन किया है। भाजपा नेता सांसद अशोक चव्हाण ने सोमवार को राज्यसभा में डीजल में 15 प्रतिशत इथेनॉल के मिश्रण को लेकर वर्तमान स्थिति के बारे में जानना चाहा था। साथ ही पूछा था कि क्या सरकार ने वर्ष 2035 तक डीजल में इथेनॉल के प्रतिशत मिश्रण के संबंध में कोई लक्ष्य निर्धारित किया है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने सांसद चव्हाण के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि सरकार ने डीजल में इथेनॉल के मिश्रण संबंधी अभी किसी भी कार्यक्रम की शुरुआत नहीं की है, लेकिन इस दिशा में अनुसंधान तथा विकास से संबंधित प्रयास जारी हैं। इसी दिशा में वर्ष 2022-23 में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने डीजल में 5 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने संबंधी प्रदर्शन और उत्सर्जन के आकलन के लिए एक पायलट मूल्यांकन किया है। फिलहाल पेट्रोल में इथेनॉल का मिश्रण 15 प्रतिशत है और इसे 20 फीसदी तक करने का लक्ष्य जिसे अगले दो साल में प्राप्त करने की उम्मीद है। मंत्री ने बताया कि पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण से सितंबर 2023-24 के दौरान अनुमानित 28,400 करोड़ रुपये से भी अधिक विदेशी मुद्रा की बचत हुई है। सरकार इथेनॉल के उत्पादन को देश भर में प्रोत्साहित कर रही है। सरकार से मिले प्रोत्साहन से उत्पादकों ने देश में इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाया है, जिससे सरकार को पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा 20 प्रतिशत करने में मदद मिली है। अब डीजल में 5 फीसदी इथेनॉल मिलाने की नीति आती है तो इथेनॉल की खपत में और तेजी आ सकती ह।
Created On :   2 Dec 2024 10:00 PM IST