आवाज उठी: ईवीएम के खिलाफ आंदोलन होगा तेज, राष्ट्रीय स्तर पर अभियान की हुई शुरुआत

ईवीएम के खिलाफ आंदोलन होगा तेज, राष्ट्रीय स्तर पर अभियान की हुई शुरुआत
  • राष्ट्रीय स्तर पर ईवीएम मुक्त भारत अभियान की हुई शुरुआत
  • ईवीएम के खिलाफ आंदोलन तेज होगा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के अलग-अलग हिस्सों में ईवीएम के खिलाफ आवाज उठ रही है। इसी क्रम में गुरुवार को राष्ट्रीय स्तर पर ईवीएम के खिलाफ एक गैर राजनीतिक मंच का गठन किया गया है। ईवीएम मुक्त भारत अभियान नाम से गठित इस कमेटी में विपक्षी नेताओं से लेकर विभिन्न नागरिक संगठनों के दिग्गज शामिल हैं। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कमेटी ने ईवीएम मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की घोषणा की गई। इस दौरान कमेटी में शामिल कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मीडिया से कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा है। ईवीएम और वीवीपैट के कारण संदेह और गहरा हो गया है। इंडिया गठबंधन की ओर से ईवीएम के मसले पर करीब सात महीने से चुनाव आयोग से समय मांगा जा रहा है, लेकिन कोई उत्तर अब तक नहीं मिला है। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर एक मंच बनाना आवश्यक हो गया, जो ईवीएम मुक्त भारत अभियान के नाम से होगा।

सिंह ने कहा कि एक दिन ईवीएम की चोरी जरुर पकड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव में स्वीप करती है, लेकिन लोकसभा चुनाव में तीसरे नंबर पर आती है। 2019 में आप को एक भी सीट नहीं मिली। अब हमसे प्रश्न पूछा जाता है कि आप कर्नाटक में कैसे जीत जाते हैं, हिमाचल में कैसे जीत जाते हैं, तेलंगाना में कैसे जीत जीते । दरअसल, ये लोग (भाजपा) बड़ी होशियारी से चिन्हित राज्यों के चिन्हित विधानसभा क्षेत्रों में ये खेल करते हैं। ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि अगर तमिलनाडु या केरल में भाजपा को जीता दोगे तो पोल ही खुल जाएगी।

सिंह ने कहा कि ईवीएम बनाने में भारत सरकार की तमाम एजेन्सीज जैसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और निजी क्षेत्र से टेक्निकल लोग शामिल हो गए हैं, ऐसे में ईवीएम से निष्पक्ष चुनाव होना लगभग असंभव है। बैलेट पेपर से चुनाव कराना खर्चीली प्रक्रिया होने की दलील दी जाती है जो भ्रामक है। बैलेट पेपर से चुनाव कराने में दो सप्ताह की तैयारी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि अगर यह संभव नहीं है तो वीवीपैट की पर्ची वोटर के हाथ में दी जाए और एक डिब्बे के अंदर स्वयं डाल दे। वीवीपैट पर्ची की गिनती कर ली जाए, जिससे कि सारे संदेह समाप्त हो जाए।

Created On :   14 March 2024 8:12 PM IST

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