सत्र: सतत विकास के ब्रिक्स का एजेंडा आगे बढ़ाने में भारत अव्वल, मंच से बोले बिरला
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- ब्रिक्स संसदीय मंच के पूर्ण सत्र में बोले लोकसभा अध्यक्ष बिरला
- विकासशील देशों के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाला ब्रिक्स
- उभरते बाजारों और विकासशील देशों को एकजुट करने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि विकासशील देशों के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाला ब्रिक्स वैश्विक शासन व्यवस्था को और अधिक लोकतांत्रिक बनाने तथा वैश्विक स्तर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, विश्व व्यापार संगठन जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। यह बात उन्होंने रूस के सेंट पिट्सबर्ग में 10वें ब्रिक्स संसदीय मंच के पहले सत्र को संबोधित करते हुए कही।
ब्रिक्स संसदीय मंच में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे बिरला ने समावेशी और सतत विकास के ब्रिक्स के एजेंडा को आगे बढ़ाने में संसदों और सांसदों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि भारत इस दिशा में सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहा है। उन्होंने उभरते बाजारों और विकासशील देशों को एकजुट करने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के साथ ही परस्पर सम्मान, समझ, समानता, एकजुटता, पारदर्शिता, समावेशिता और आम सहमति के सिद्धांतों के प्रति भारत की निष्ठा के बारे में भी बात की।
बिरला ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत पर चलता है, जो ब्रिक्स द्वारा अभिव्यक्त समानता, एकजुटता और परस्पर लाभकारी सहयोग की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। इस दौरान उन्होंने आईपीयू के अध्यक्ष सुश्री तुलिया एक्सन से भी मुलाकात की।
Created On :   11 July 2024 6:58 PM IST