निर्देश: फिलहाल उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे देवेन्द्र फडणवीस, मंत्रिमंडल गठन के बाद होगी चर्चा
- भाजपा नेतृत्व ने कहा- अपना कामकाज जारी रखें
- भाजपा को महाराष्ट्र में लगा है बड़ा झटका
- 2019 में 23 सीटें जीतने वाली भाजपा मात्र 9 पर सिमटी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । देवेन्द्र फडणवीस फिलहाल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे। भाजपा नेतृत्व ने महाराष्ट्र में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद छोड़ने की इच्छा जताने वाले उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस से कहा कि मोदी सरकार की शपथविधि होने तक अपना कामकाज जारी रखें। उनके इस्तीफे के मसले पर मोदी सरकार के गठन के बाद चर्चा की जाएगी।
देवेन्द्र फडनवीस ने कल देर रात और आज दिन में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी उनकी मुलाकात हुई है। सूत्र बताते हैं कि शुक्रवार को अमित शाह ने फडनवीस से कहा कि वे फिलहाल उपमुख्यमंत्री का कामकाज संभालते रहें। केन्द्र में मोदी सरकार के गठन के बाद उनके प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि भाजपा नेतृत्व ने फडनवीस के इस्तीफे की पेशकश को न तो अभी स्वीकार किया है और न ही अस्वीकार किया है।
बता दें कि 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को महाराष्ट्र में बड़ा झटका लगा है। 2019 में 23 सीटें जीतने वाली भाजपा के खाते में इस बार महज 9 सीटें आई हैं। कुल 48 सीटों वाले महाराष्ट्र में महायुति 17 सीटों पर सिमट गई है। इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए उपमुख्यमंत्री फडनवी2019 में 23 सीटें जीतने वालीस ने अपना पद छोड़ने की इच्छा जताई है।
एथेन क्रैकर परियोजना को स्वीकृति : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने शुक्रवार को यहां गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा सीहोर जिले के आष्टा तहसील में लगाई जाने वाली देश की सबसे बड़ी एथेन क्रैकर परियोजना को स्वीकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री ने परियोजना के लिए आवश्यक भूमि के अधिग्रहण की शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस परियोजना के माध्यम से स्थानीय रोजगार का सृजन होगा और प्रदेश के औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा। परियोजना का भूमिपूजन आगामी फरवरी तक तथा वाणिज्यिक उत्पादन वित्त वर्ष 2030-31 में प्रारंभ होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि सीहोर जिले के आष्टा तहसील में लगभग 60,000 करोड़ रूपये के निवेश से बनने वाली यह परियोजना देश की सबसे बड़ी एथेन क्रैकर परियोजना होगी। इस परियोजना में ग्रीन फील्ड पेट्रोकेमिकल परिसर भी प्रस्तावित है। इसके अंतर्गत एलएलडीपीईए एचडीपीईए एमईगी और प्रोपीलीन जैसे पेट्रोकेमिकल्स का उत्पादन होगा। इस परियोजना के माध्यम से निर्माण अवधि के दौरान 15,000 व्यक्तियों तथा संचालन अवधि के दौरान लगभग 5,600 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। परियोजना में 70 हेक्टेयर का टाउनशिप भी प्रस्तावित है। मध्य प्रदेश भवन में आयोजित इस बैठक में मध्यप्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री चंद्रमौली शुक्ला और गेल (इंडिया) लिमिटेड के निदेशक आर.के. सिंघल भी उपस्थित थे।
Created On :   7 Jun 2024 8:01 PM IST