New Delhi News: पूर्वांचली मतदाताओं को साधने में जुटे सियासी दल, 70 विधानसभा सीटों में 25 पर हैं प्रभावी

पूर्वांचली मतदाताओं को साधने में जुटे सियासी दल, 70 विधानसभा सीटों में 25 पर हैं प्रभावी
  • दिल्ली चुनाव में पूर्वांचली मतदाताओं को साधने में जुटे सियासी दल
  • 20 से 25 पर प्रभावी हैं पूर्वांचली मतदाता

New Delhi News. दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी दलों की नजर पूर्वांचली मतदाताओं पर है। एक समय में पूर्वांचली मतदाता कांग्रेस का कोर वोट बैंक हुआ करते थे, लेकिन पिछले दो चुनाव से आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस के इस वोट बैंक को अपने पाले में कर लिया है। कांग्रेस से जब से उसका यह वोट बैंक छिटका तब से वह दिल्ली की सत्ता से बाहर है। अब 2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस पूर्वांचली मतदाताओं को लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं आप इस वोट बैंक को सहेज कर रखने की जुगत में है।

दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं की संख्या लगभग 40 लाख के आसपास है और ये तकरीबन 22 से 25 सीटों पर हवा का रुख बदलने का दम रखते हैं। इन सीटों पर पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के मतदाताओं की संख्या 40 से 50 प्रतिशत तक है। इस वजह से सभी दल इनको लुभाने के लिए हर दांव आजमा रहे हैं। भाजपा पूर्वांचली मतदाताओं को साधने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक के साथ-साथ कई मंत्रियों और विधायकों को दिल्ली चुनाव प्रचार में उतारने की तैयारी में है।

सूत्रों के अनुसार दिल्ली में योगी आदित्यनाथ का रोड शो और आधा दर्जन छोटी-बड़ी जनसभा के आयोजन की योजना है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को भी भाजपा ने दिल्ली चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार, झारखंड के तकरीबन 200 विधायकों और 20 हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं घर-घर जनसंपर्क करने के लिए दिल्ली में उतारने की तैयारी हो गई है। इसके साथ ही भाजपा जल्द ही पूर्वांचली मतदाताओं को साधने के लिए कई कार्यक्रम शुरू करेगी। जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।

कांग्रेस ने भी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के अपने वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं को दिल्ली चुनाव प्रचार में उतार दिया है। कांग्रेस की कोशिश है कि वह एक बार फिर पूर्वांचली मतदाताओं को साध कर दिल्ली में अपनी खोई हुई सियासी जमीन को हासिल कर सके। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने दैनिक भास्कर को बताया कि 15 जनवरी के बाद से पूर्वांचली मतदाताओं को साथ जोड़ने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। लल्लू को वजीरपुर विधानसभा सीट पर पूर्वांचली मतदाताओं को साधने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

Created On :   10 Jan 2025 7:07 PM IST

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