पोषण 2.0: देश की 57 फीसदी महिलाओं में है खून की कमी, बच्चों पर बुरा असर
- 6 वर्ष की आयु के 37.51 फीसदी बच्चे हैं ठिगने
- देश की 57 फीसदी महिलाओं में है खून की कमी
- पोषण 2.0 सहायता कार्यक्रम चला रही सरकार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि देश में 15-49 वर्ष की 57 फीसदी महिलाओं में खून की कमी है। इसी आयु वर्ग में 52.2 फीसदी गर्भवती महिलाओं में रक्ताल्पता की समस्या है। ईरानी ने यह बात राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) -5 के हवाले से बताई है। उन्होंने बताया कि एनएफएचएस-5 के मुताबिक देश के 5 वर्ष की आयु के 35.5 फीसदी बच्चे ठिगने और 19.3 फीसदी बच्चे दुबले पाए गए हैं। इसी प्रकार 5 वर्ष की आयु के 32.1 फीसदी बच्चों का वजन उनकी उम्र के हिसाब से कम है। उन्होंने पोषण ट्रैकर के नवंबर 2023 माह के आंकड़ों के आधार पर बताया कि 6 साल से कम उम्र के लगभग 7 करोड़ 44 लाख बच्चों को मापा गया। इनमें से 37.51 फीसदी बच्चे ठिगने पाए गए और 17.43 फीसदी अल्पवजन वाले और दुबले पाए गए। मंत्री ने बताया कि अल्पवजन और दुबलेपन का स्तर एनएफएचएस-5 द्वारा अनुमानित स्तर से बहुत कम है।
पोषण 2.0 सहायता कार्यक्रम चला रही सरकार
ईरानी ने बताया कि सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 सरकार का एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम है, जो स्वास्थ्य, आरोग्यता और रोग व कुपोषण के प्रति प्रतिरक्षा केा बढ़ावा देने वाली प्रथाओं को विकसित करने पर ध्यान केन्द्रित करता है। साथ ही इसके माध्यम से पोषण सामग्री, वितरण, आउटरीच और परिणामों को सशक्त बनाता है। यह ठिगनेपन और रक्ताल्पता के अलावा दुबलेपन और अल्पवजन के प्रसार को कम करने के लिए मातृ पोषण, शिशु और छोटे बच्चे के आहार मानदंड और आयुष प्रथाओं के माध्यम से आरोग्यता पर केन्द्रित है।
Created On :   9 Dec 2023 8:41 PM IST