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दावा: सीईटी परीक्षा के नतीजे पारदर्शी, पर्सेंटाइल निकालने का तरीका भी सही - सरदेसाई
- विवाद के बीच सीईटी सेल के कमीश्नर दिलीप सरदेसाई का दावा
- राज्यपाल से मिले आदित्य ठाकरे
- विद्यार्थियों की शिकायतों के समाधान का अनुरोध
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एमएचटी-सीईटी ने फार्मेसी, इंजीनियरिंग और कृषि से जुड़े पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए ली गई प्रवेश परीक्षा के नतीजे को पारदर्शी बताया है। सीईटी सेल के कमीश्नर दिलीप सरदेसाई ने शनिवार को कहा कि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कंप्यूटर के जरिए केंद्रीकृत पद्धति से परीक्षा कराने वाला महाराष्ट्र पहला राज्य है। केंद्र सरकार ने भी इस तरीके को स्वीकार किया है। यह तरीका पूरी तरह पारदर्शी है और इसमें किसी तरह का मानवीय हस्तक्षेप नहीं होता है। इसलिए अभिभावक और विद्यार्थी अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि सीईटी सेल की परीक्षा में गलत उत्तर के लिए कोई अंक नहीं काटा जाता है। विद्यार्थियों को कोई ग्रेस मार्क भी नहीं दिया जाता है। नतीजा जारी करने से पहले हमने विद्यार्थियों को उनकी उत्तर पुस्तिका लॉग इन पर उपलब्ध कराई थी। विद्यार्थियों की शिकायतों का समाधान भी किया गया। इसके बाद पर्सेंटाइल तैयार किया गया, जो सही और पारदर्शी है। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. शैलेंद्र देवलाणकर और तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक विनोद मोहितकर ने कहा कि नतीजे को लेकर उठाए जा रहे सवालों में कोई तथ्य नहीं हैं।
पर्सेंटाइल में हो सकता है अंतर : सरदेसाई ने कहा कि अलग-अलग सत्र में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के समान अंक होने पर भी पर्सेंटाइल में अंतर हो सकता है। क्योंकि हर बैच को अलग-अलग प्रश्नपत्र दिए जाते हैं। बैच में सबसे ज्यादा और सबसे कम अंक हासिल करनेवाले विद्यार्थियों के आधार पर पर्सेंटाइल तैयार किया जाता है।
वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जा सकती है उत्तर पुस्तिका : नतीजों को लेकर विद्यार्थियों के मन में किसी तरह की आशंका न रहे, इसके लिए सीईटी सेल 27 और 28 जून को विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका सीईटी सेल की वेबसाइट पर उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है।
अप्रैल-मई में ली गई परीक्षा : पीसीबी समूह की परीक्षाएं 22 से 30 अप्रैल के बीच 12 सत्रों में जबकि पीसीएम समूह की परीक्षाएं 2 से 16 मई के बीच 18 सत्रों में हुईं थीं। कुल 169 केंद्रों पर 6 लाख 75 हजार 377 विद्यार्थियों ने परीक्षाएं दी थीं।
30 प्रश्न-पत्र में 54 गलतियां : शिवसेना (उद्धव) विधायक आदित्य ठाकरे ने सीईटी नतीजों को लेकर चल रहे विवाद के बीच शनिवार को राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की और मामले की जांच की मांग की। उन्होंने अनुरोध किया कि पर्सेंटाइल के बजाय विद्यार्थियों को मिलने वाले अंक सीधे प्रदर्शित किए जाएं। यह सुझाव भी दिया कि सभी विद्यार्थियों की सीईटी परीक्षा एक साथ ली जाए। ठाकरे ने कहा कि सीईटी सेल ने 30 प्रश्न-पत्र में 54 गलतियां की थीं, जिसके बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया जा रहा है। आदित्य ने यह भी कहा कि विद्यार्थियों को उत्तर पुस्तिका ऑनलाइन उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
Created On :   22 Jun 2024 8:03 PM IST