नागपुर: यूनिवर्सिटी ने आखिरकार राष्ट्रसंत विचारधारा प्रवेश शुल्क घटाए, भेदभाव पर उठा था सवाल

यूनिवर्सिटी ने आखिरकार राष्ट्रसंत विचारधारा प्रवेश शुल्क घटाए, भेदभाव पर उठा था सवाल
  • छात्रों से भेदभाव पर ज्ञानेश्वर रक्षक ने उठाया था सवाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के नाम पर बने विश्वविद्यालय में राष्ट्रसंत के साहित्य पर आधारित पाठ्यक्रम में प्रवेश शुल्क को लेकर छात्रों के साथ भेदभाव करने की बात सामने आई थी। इस मुद्दे पर राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज अध्ययन मंडल के पदसिद्ध सदस्य ज्ञानेश्वर रक्षक ने सवाल उठाया था। जिसके बाद जाकर अब यूनिवर्सिटी ने अपनी गलती में सुधार करते हुए राष्ट्रसंत विचारधारा प्रवेश शुल्क घटाने का फैसला लिया। इस कारण अब राष्ट्रसंत विचारधारा के लिए प्रवेश शुल्क 4889 रुपये से घटाकर 2320 रुपए कर दिया गया है। साथ ही छात्र प्रवेश की तिथि 20 सितंबर तक बढ़ा दी गई है।

जब राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विचारधारा यह पाठ्यक्रम शुरू किया गया था, तब प्रवेश शुल्क के संबंध में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज साहित्य महामंडल की तत्कालीन कुलगुरू डॉ. सिद्धार्थ विनायक काणे के साथ हुई चर्चा में महात्मा गांधी विचारधारा एवं डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विचारधारा के लिए जितना शुल्क लिया जाता है, उतना ही राष्ट्रसंत विचारधारा के लिए शुल्क लेने का निर्णय लिया गया था। ऐसा आदेश कुलगुरु ने पारित किया था। लेकिन आज महात्मा गांधी विचारधारा के लिए 2727 रुपये, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विचारधारा के लिए 2862 रुपये और राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विचारधारा के लिए 4889 रुपये लिए जा रहे हैं। इसलिए प्रवेश शुल्क के नाम पर छात्रों से भेदभाव क्यों? यह सवाल ज्ञानेश्वर रक्षक ने उठाया था।

रक्षक ने कहा था कि, कई संघर्षों के बाद, 2015 में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विचारधारा पाठ्यक्रम शुरू किया गया। हालांकि, आज भी इस पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की मंजूरी नहीं है। यह राष्ट्रसंतों के विचारों का अपमान है। अब पाठ्यक्रमों में प्रवेश शुल्क को लेकर छात्रों के साथ अन्याय किया जा रहा है। इसलिए इस सारे मामले में नागपुर विश्वविद्यालय के कुलगुरु और राज्यपाल का ध्यान आकर्षित करते हुए न्याय की उम्मीद कि थी। अगर न्याय नहीं दे सकते तो विश्वविद्यालय को दिया गया राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का नाम हटा दिया जाए, यह भी मांग रक्षक ने की थी।

आखिरकार नागपुर यूनिवर्सिटी ने अपनी गलती में सुधार करते हुए राष्ट्रसंत विचारधारा प्रवेश शुल्क घटाने का फैसला लिया। इस फैसला का स्वागत करते हुए ज्ञानेश्वर रक्षक ने प्रभारी कुलगुरू डॉ. प्रशांत बोकारे और यूनिवर्सिटी प्रशासन का आभार माना किया है।

Created On :   11 Sept 2024 7:13 PM IST

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