बीमारी से निजात: जनजागरण का असर , नागपुर जिले की 70 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त

जनजागरण का असर , नागपुर जिले की 70 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त
  • राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन मिशन के तहत मिली सफलता
  • स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर गांवों में विभिन्न कार्यक्रम
  • संबंधित पदाधिकारियों को सम्मानित किया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन मिशन के तहत जिले को टीबी (क्षयरोग) मुक्त बनाने के लिए प्रशासन अग्रसर है। जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रशासन की तरफ से स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर गांवों में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाते हैै। इसी का नतीजा है कि नागपुर जिले में 70 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो गई हैं।

टीबी मुक्त ग्राम पंचायत कार्यक्रमों के बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन के कारण जिले की 70 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो गई हैं। इन टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों में इस उपलब्धि के लिए जश्न का माहौल है। जिला परिषद अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे, उपाध्यक्ष कुंदा राऊत और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौम्या शर्मा ने जिला नियोजन भवन में आयोजित कार्यक्रम में इन ग्राम पंचायतों की सराहना करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस कार्य के लिए जिनका योगदान रहा, उनकी भी सराहना की गई। इस दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राज गहलोत, मनपा के चिकित्सा

ये ग्राम पंचायतें हैं

जिले में भिवापुर तहसील की 8, हिंगना तहसील की 7, कलमेश्वर 4, कामठी 4, काटोल 6, कुही 7, मौदा 6, नागपुर 5, नरखेड 4, पारशिवनी 5, सावनेर 7, उमरेड तहसील की 7 ग्राम पंचायते शामिल है। इन ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया गया।

किसी समय थी जानलेवा बीमारी

एक समय था जब टीबी (क्षयरोग) का नाम सुनते ही लोगों की सांसें फुल जाती थी। टीबी जानलेवा बीमारी थी। टीबी के मरीजों को लोगों से दूर रखा जाता था। यह संसर्गजन्य बीमारी है। सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर क्षयरोग निर्मूलन कार्यक्रम चलाया आैर उसमें सफलता मिलती गई। टीबी संसर्गजन्य होने से इसका वार्ड स्वतंत्र रहता था। सामान्य रोगियों से इन रोगियों को अलग ही उपचार के लिए रखा जाता था। अब उपचार से यह रोगी ठीक हो जाता है। यह बीमारी अब सामान्य श्रेणी में आ गई है। अब यह बीमारी जानलेवा नहीं है।

बना था टीबी वार्ड अस्पताल

मेडिकल अस्पताल में टीबी के रोगियों को जांचने के लिए अलग टीबी वार्ड अस्पताल बन गया था। दवा वितरण के लिए भी इसके स्वतंत्र काउंटर बने थे।


Created On :   22 Aug 2024 3:28 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story