पर्यटकों को निराशा: महाराज बाग में अब सैलानियों को नहीं दिखेगा मगरमच्छ, हार्ट-लीवर खराब होने से मौत

महाराज बाग में अब सैलानियों को नहीं दिखेगा मगरमच्छ, हार्ट-लीवर खराब होने से मौत
  • नया मगरमच्छ लाने की कोशिश
  • स्पॉटेड डिअर को भेज सकते हैं बदले में
  • एक मगरमच्छ की पांच माह पहले हुई थी मौत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अब महाराजबाग में घूमने का शौक रखने वाले पर्यटकों को मगरमच्छ नहीं देखने मिलेगा। क्योंकि शनिवार की दोपहर में हार्ट व लीवर खराब होने से आखरी मगरमच्छ की भी मौत हो गई। बता दें, कि पहले मगरमच्छ की मौत अप्रैल महीने में ही हो गई थी। जिसके बाद यहां एक ही मगर था। लेकिन उसकी भी मौत हो जाने से अब नागपुर के महाराजबाग में एक भी मगरमच्छ नहीं रहा है। जिससे यहां घूमने आनेवाले सैलानियों को मायूस होना पड़ सकता है।

नागपुर का महाराजबाग प्राणीसंग्राहलय सैलानियों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। यहां वन्यजीवों को पिंजरे में रखा जाता है। हरियाली से सराबोर इस परिसर में घूमने प्रति दिन बड़ी संख्या में सैलानी आते रहते हैं। प्रशासन की ओर से यहां बाघ, तेंदुआ, भालू व विभिन्न प्रकार के पक्षियों को रखा जाता है। अब तक यहां मगरमच्छ को भी रखा गया था। अप्रैल महीने तक यहां दो मगरमच्छ थे। जिसमें एक नर व एक मादा मगर थी। इन्हें 5 अगस्त 2009 को प्राणीसंग्राहलय में लाया गया था। इन्हें परिसर के गार्डन में स्तंतंत्र पिंजरे में रखा गया था। जहां इसे देखने के लिए प्रति दिन बड़ी संख्या में लोग आते रहते थें। लेकिन अप्रैल 2024 में मादा मगरमच्छ की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इसके बाद यहां अब तक केवल नर मगरमच्छ ही रह रहा था। कुछ दिनों से इसकी भी तबीयत खराब थी। जिसके कारण इलाज चल रहा था। लेकिन शनिवार की दोपहर में हार्ट व लीवर खराब हो जाने से नर मगरमच्छ की भी मौत हो गई है। इसके बाद मगर का शवविच्छेदन कर परिसर में ही अंतिम संस्कार किया गया। शवविच्छेदन डॉ. प्रशांत सोनकुसरे व डॉ. मोटघरे ने किया है।

नये मगरमच्छ को लाने की कोशिश : वर्तमान स्थिति में अब महाराजबाग के पास एक भी मगर नहीं है। लेकिन प्राणिसंग्राहलय में इसकी जरूरत ज्यादा है। जिसके लिए प्रशासन की ओर से पूरे इंडिया के जू का सर्वे किया जाएगा। जहां मगरमच्छ की संख्या ज्यादा रहेगी, वहीं से मगरमच्छ को यहां लाया जाएगा। वर्तमान स्थिति में महाराजबाग में 247 वन्यजीव हैं। जिसमें सोल्ट बीयर, टायगर, जैकल, लेपर्ड, ब्लैक बक, स्पॉटेड डीअर आदि है। इसमें स्पॉटेड डीअर से लेकर कुछ वन्यजीवों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में इनके बदले मगरमच्छ लाने को लेकर महाराजबाग प्रशासन कोशिश कर रहा है।

Created On :   14 Sept 2024 1:18 PM GMT

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