सुविधा: किसानों की मुश्किलें आसान, पानी से जुड़ी हर परेशानी को हल करेगा सिंचाई एप

  • इंजीनियरिंग के दो छात्रों का कमाल
  • पेंच सिंचाई विभाग ने दी मान्यता
  • अब पानी के बिल होंगे पारदर्शी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। किसानों के पानी के बिल से जुड़ीं समस्याओं को हल करने के लिए नागपुर के दो इंजीनियरिंग छात्रों ने पेंच सिंचाई एप तैयार किया है। इस एप काे तैयार करने में एक साल लगा। प्रायोगिक तौर पर एक साल तक इसका उपयोग किया गया। पूरी तरह सफलता मिलने पर पेंच सिंचाई विभाग ने इस मोबाइल एप काे मान्यता दी है। अब किसान इस एप के माध्यम से पानी का बिल पा सकता है, भुगतान कर सकता है, बकाया बिल पर ब्याज कितना लगा, इसकी जानकारी मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकता है।

बेहतर मार्गदर्शन का असर : महाराष्ट्र सरकार के जलसंपदा विभाग अंतर्गत आने वाले पेंच सिंचाई विभाग नागपुर ने यहां के दोनों इंजीनियरिंग छात्रों द्वारा तैयार किए गए पेंच सिंचाई एप को मान्यता दी है। चंद्रपुर जिले के कार्यकारी अभियंता प्रवीण झोड व सोनाली नाहर व गड़चिरोली के कार्यकारी अभियंता राहुल मोरघडे के मार्गदर्शन में एप तैयार किया गया है। मोबाइल एप को तैयार करनेवाले छात्र सोमेश अवचट व नेहल कुबाडे हैं। दोनों शहर के एक कॉलेज में इंजीनियरिंग के विद्यार्थी हैं।

एक साल लगा बनाने में : 2022 में दोनों विद्यार्थियों ने एप बनाने की शुरुआत की। साल भर की मेहनत के बाद 2023 में एप बनकर तैयार हुआ। इसके बाद इस एप का प्रायोगिक तौर पर इस्तेमाल किया गया। साल भर तक इस्तेमाल के बाद पेंच सिंचाई विभाग के जयलक्ष्मी पानी वापर संस्था नवरगांव भंडारा ने एप की सफलता की घोषणा की।

अत्याधुनिक बनाएंगे : सोमेश व नेहल ने बताया कि भविष्य में इस एप को और भी अत्याधुनिक बनाया जाएगा। इस पर काम किया जा रहा है। किसानों को पानी मिल रहा है या नहीं, व अन्य तरह की समस्याएं सरकार तक पहुंचाने की सुविधा एप में ही उपलब्ध करा दी जाएगी।

यह है उद्देश्य : पेंच सिंचाई विभाग के उप कार्यकारी अभियंता ने कहा कि इस एप का मुख्य उद्देश्य किसानों का हित है। किसानों को पानी के बदले आने वाले बिल में पारदर्शिता लाने में एप सहायक है। इसके अलावा बकाया बिल पर कितना ब्याज लगाया जा रहा है, यह जरूरी है या नियमबाह्य आदि की जानकारी मिलेगी। आने वाले बिल का ऑनलाइन भुगतान किया जा सकेगा। पानी बिल के प्रति सतर्क करने का काम एप के माध्यम से होगा। इस एप के कारण कार्यालयीन खानापूर्ति कम होगी। कागज का इस्तेमाल घटेगा। सबसे अच्छी बात यह होगी कि यह एप समय की बचत करेगा।

Created On :   25 Jun 2024 10:53 AM IST

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