खेती-किसानी: खरीफ सीजन में 4.79 लाख हेक्टेयर में होगी बुआई , खाद और बीज की व्यवस्था

खरीफ सीजन में 4.79 लाख हेक्टेयर में होगी बुआई , खाद और बीज की व्यवस्था
  • कपास की बुआई का सर्वाधिक क्षेत्र
  • धान, मक्का और तुअर भी है शामिल
  • कृषि विभाग के साथ किसान भी हैं तैयार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। खरीफ की फसल बुआई के दिन करीब है। कृषि विभाग ने 4 लाख, 79 हजार 810 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुआई का नियोजन किया है। फसल रचना में बदलाव तथा खाद के उपयोग अनुसार 1 लाख, 61 हजार 500 मीट्रिक टन खाद व 56 हजार 875 क्विंटल बीज की आवश्यकता है। कृषि विभाग द्वारा मांग की गई खाद व बीज लगभग उपलब्ध हो चुकी है। गत वर्ष बच गई 79958 क्विंटल खाद पहले से उपलब्ध है।

कपास का बुआई क्षेत्र सबसे ज्यादा : जिले के खरीफ फसल नियोजन में कपास की बुआई का सर्वाधिक 2 लाख 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल निर्धारित किया गया। सोयाबीन का बुआई क्षेत्रफल 90 हजार हेक्टेयर आंका गया है। धान 95 हजार हेक्टेयर, तुअर 61 हजार हेक्टेयर, मक्का एक हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुआई का नियोजन है। गत वर्ष 4 लाख, 63 हजार 240 हेक्टेयर में खरीफ की बुआई की गई, उसमें 4 लाख 46 हजार 544 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ। इस वर्ष उत्पादन बढ़ाकर 5 लाख मीट्रिक टन पर ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।

किसानों को मिले पर्याप्त बिजली सुविधा, मुख्य अभियंता से निवेदन : जिले में किसानों को कृषि कार्य के लिए पर्याप्त बिजली सुविधा मिलने की मांग जिला परिषद सदस्य सलिल देशमुख ने की है। उन्होंने ऊर्जा विभाग के मुख्य अभियंता को निवेदन पत्र सौंपा है। देशमुख ने कहा है कि नागपुर सहित विदर्भ में भीषण गर्मी से जनजीवन बेहाल है। अनेक स्थानों पर पानी संकट के कारण फलोत्पादन को नुकसान हो रहा है। खेतों में समय पर बिजली उपलब्ध नहीं रहने से फलों की खेती सूख रही है। हरी सब्जी के अलावा संतरा व मौसंबी की फसल को भी नुकसान हुआ है। विद्युत वितरण कंपनी कृषि पंपों के लिए व्यवस्थित बिजली आपूर्ति नहीं कर रही है। मवेशियों के लिए भी पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। राज्य में प्रीपेड बिजली मीटर लगाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए निविदा भी निकाली जा रही है। लेकिन प्रीपेड मीटर का किसानों व नागरिकों ने विरोध किया है। प्रीपेड मीटर का सामान्य नागरिकों पर प्रभाव पड़ेगा। लिहाजा प्रीपेड मीटर के विरोध में आंदोलन किया जाएगा। निवेदन सौंपते समय चंद्रशेखर कोल्हे, सुदर्शन नवघरे, मनीष फुके, नईम कुरैशी, योगेंद्र बहादुरे, गणेश सावरकर, रुपेश नाखले, नंदू राजुरकर, नितीन ठवले, सोहेल शेख उपस्थित थे।


Created On :   30 May 2024 11:14 AM GMT

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