आज जीरो शैडो डे: कुछ मिनट के लिए साथ छोड़ेगी परछाई, 26 मई और 17 जुलाई को होगी रोमांचकारी घटना

कुछ मिनट के लिए साथ छोड़ेगी परछाई, 26 मई और 17 जुलाई को होगी रोमांचकारी घटना
  • इन शहरों में इस समय कर सकते हैं अनुभव
  • पृथ्वी की संरचना और आकार

डिजिटल डेस्क, नागपुर. कभी-कभी स्थिति ऐसी आ जाती है कि आपका साया भी साथ छोड़ देता है। बात बुरे वक्त की नहीं हो रही है, बल्कि खगोलीय घटना की है। जिस समय सच में साया यानि परछाई कुछ समय के लिए इंसान का साथ छोड़ देगी, इस दिन को ‘जीरो शैडो डे’ या "शून्य छाया दिवस' कहा जाता है। नागपुरवासी "जीरो शैडो डे' को दो बार अनुभव कर सकेंगे, जिनमें से आज रविवार को 12 बजकर 10 मिनट पर और दूसरी बार 17 जुलाई को। खगोलविदों ने विद्यार्थियों और नागरिकों से इन भौगोलिक घटनाओं का अध्ययन और अनुभव करने का आह्वान किया है।

भौगोलिक घटना

"जीरो शेडो डे या शून्य छाया दिवस' शब्द अपने आप में दिलचस्प है। इस दिन सालभर आपके साथ रहने वाली परछाई कुछ मिनटों के लिए दूर हो जाती है। भौगोलिक और वैज्ञानिक दृष्टि से यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। सूर्य का उत्तरायण और दक्षिणायन पथ पृथ्वी से 23.50° दक्षिण और उत्तर में है। कर्क और मकर रेखा के बीच सूर्य वर्ष में दो बार दोपहर के समय सिर के ऊपर होता है। ऐसी सूरत में दोपहर के समय वस्तुओं या किसी इंसान की छाया नहीं दिखाई देती है। यह घटना आमतौर पर भूमध्य रेखा के पास के क्षेत्रों में देखी जाती है, जब सूर्य का कोण पृथ्वी की सतह पर लगभग लंबवत होता है। आज नागपुर इस दिन को अनुभव करेगा।

इन शहरों में इस समय कर सकते हैं अनुभव

यह घटना 15 से 28 मई तक दोपहर 12 बजे से 12.30 बजे तक देखने को मिलेगी। विदर्भ में 15 मई को सिरोंचा, 17 मई को अहेरी व अल्लापल्ली, 18 मई को मुलचेरा, आष्टी, 19 मई को पुसद, बल्लारशाह, चार्मोशी, 20 मई वाशिम, चंद्रपुर, मेहकर, वणी और दिग्रस, 21 मई चिखली, गड़चिरोली, सिंदेवाही, 22 मई बुलढाणा, यवतमाल, अरमोरी, वरोरा, 23 मई अकोला, खामगांव, बालापुर, मूर्तिजापुर, ब्रह्मपुरी, 24 मई वर्धा, शेगांव, उमरेड, दर्यापुर, 26 मई नागपुर, भंडारा, परतवाड़ा, कामठी, 27 मई गोंदिया, तुमसर, रामटेक, चिखलदरा, वरुड़, नरखेड़ में 28 मई को शून्य छाया दिवस का अनुभव होगा।

पृथ्वी की संरचना और आकार

महेंद्र वाघ, टेक्निकल ऑफिसर, रमन साइंस सेंटर के मुताबिक सूर्य हर दिन ठीक पूर्व में उगता नहीं है या बिल्कुल पश्चिम में अस्त नहीं होता है और न ही यह हर दिन सीधे सिर के ऊपर से गुजरता है। यदि यह जानना और अनुभव करना है, तो खगोलविद इसकी सही जानकारी दे सकते हैं। यदि सामान्य व्यक्ति इसे समझना चाहे, तो इस तरह के दिन होते हैं, जो आपको पृथ्वी की संरचना और उसके आकार के बारे में बताते हैं। जैसे इस दिन कुछ मिनट के लिए परछाई नहीं दिखेगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि सूर्य सीधे सिर के ऊपर हो, जो यह बताता है कि अभी इसकी क्या स्थिति है। ऐसे ही विशेषज्ञों ने कई तरह के प्रयोग सिद्ध किए हैं, जिसमें दक्षिणायन, उत्तरायण शामिल हैं।



Created On :   26 May 2024 12:22 PM IST

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