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कार्रवाई: आरटीई फर्जी प्रकरण में भारी फर्जीवाड़ा, शाहिद शरीफ के घर पर पुलिस ने मारा छापा
- दस्तावेज और तलवार जब्त, मुश्किलें बढ़ीं, एक और प्रकरण दर्ज
- फर्जीवाड़े की पोल खुलते ही पुलिस विभाग और सक्रिय हुआ
- बगैर अनुमति शस्त्र रखने के कारण और एक प्रकरण दर्ज
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आरटीई फर्जी प्रकरण में सदर पुलिस ने आरटीआई कार्यकर्ता शाहिद शरीफ के घर पर छापा मारा। छापे में फर्जी दस्तावेज और तलवार मिली है। इससे शस्त्र कानून अधिनियम के तहत और एक प्रकरण उसके खिलाफ दर्ज किया गया है। इधर, बर्डी पुलिस ने भी एक और अभिभावक को गिरफ्तार किया है।
मुश्किलें बढ़ सकती हैं : आरटीआई कार्यकर्ता आरोपी शाहिद शरीफ के फर्जीवाड़े की पोल खुलते ही पुलिस विभाग और सक्रिय हुआ। आरोपी के कार्यालय पर छापा मारने के बाद दूसरे दिन बुधवार को उसके गिट्टीखदान स्थित निवास स्थान पर भी छापा मारा गया। देर रात तक चली कार्रवाई के दौरान शाहिद के घर से कुछ शैक्षणिक दस्तावेज और तलवार पुलिस के हाथ लगी। दस्तावेज फर्जी होने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार, कार्रवाई होने की भनक लगते ही उसने दस्तावेज गायब कर दिए, अन्यथा बड़ी संख्या में दस्तावेज मिलने की उम्मीद थी। परिजनों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस बीच बगैर अनुमति शस्त्र रखने के कारण उसके खिलाफ और एक प्रकरण दर्ज किया गया है। सिलसिलेवार हो रही कार्रवाई से आरोपी की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है।
आरोपी की गिरफ्तारी : शाहिद शरीफ से ही जुड़ा एक और प्रकरण फर्जी आरटीई मामला बर्डी थाने में दर्ज है। 17 अभिभावकों को इसमें आरोपी बनाया गया है। प्रकरण में आरोपियों की संख्या बढ़ने की संभावना है। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने मानकापुर निवासी श्यामशंकर सत्यनारायन पांडेय (36) को बुधवार को गिरफ्तार किया है। उससे फर्जी आय प्रमाण-पत्र मिला है। उसका कहना है कि यह प्रमाण-पत्र उसने नहीं बनवाया था, बल्कि बनवाकर दिया गया है। प्रमाण-पत्र बनाने वाले की तलाश जारी है। इसके पीछे भी शाहिद का ही दिमाग होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
दस्तावेज पड़ताल समिति सदस्य रहा : आरटीई प्रवेश प्रक्रिया में लॉटरी लगने पर दस्तावेजों की पड़ताल के बाद स्कूल में प्रवेश दिया जाता है। उपशिक्षणाधिकारी की अध्यक्षता में दस्तावेज पड़ताल कमेटी गठित की जाती है। शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि कमेटी में गैर-सरकारी सदस्य नियुक्त किए जाते हैं। शाहिद उस कमेटी का सदस्य रहा है। दस्तावेजों की पड़ताल में हस्तक्षेप करने से हमेशा विवादों में रहा।
Created On :   23 May 2024 1:32 PM IST