नागपुर: स्वास्थ्य क्षेत्र में स्वच्छता निरीक्षकों की आवश्यकता, पाठ्यक्रम का शुभारंभ

स्वास्थ्य क्षेत्र में स्वच्छता निरीक्षकों की आवश्यकता, पाठ्यक्रम का शुभारंभ
  • महिलाओं के बढ़ता प्रमाण समाधानकारक
  • विद्यार्थी हो रहे आकर्षित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्वच्छता निरीक्षको की आवश्यकता केवल शहर में ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में भी है। आम जनों की स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए प्रशिक्षित स्वच्छता निरीक्षकों की आवश्यकता है। स्वच्छता निरीक्षक तैयार करने का काम अखिल भारतीय स्थानिक स्वराज्य संस्था द्वारा बरसों से किया जा रहा है। ऐसा स्वास्थ्य सेवा विभाग की उपसंचालक डॉ. कंचन वानेरे ने कहा। अखिल भारतीय स्थानिक स्वराज्य संस्था के स्वच्छता निरीक्षक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का उद्घाटन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की अध्यक्ष मंजुषा गिरी के हाथों हुआ। कार्यक्रम में अतिथियों के रुप में स्वास्थ्य उपसंचालक डॉ. कांचन वानेरे, स्थानिक स्वराज्य संस्था के विभागीय संचालक जयंत पाठक उपस्थित थे। इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम पुस्तिका का विमोचन किया गया।

महिलाओं के बढ़ता प्रमाण समाधानकारक

प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों को विविध विभागों में स्वास्थ्य समन्वयक, स्वास्थ्य सेवक व स्वास्थ्य निरीक्षक के रुप में सेवा करने का अवसर मिला है। इस बात पर डॉ. वानेरे ने समाधान व्यक्त किया। उन्हाेंने उपस्थित विद्यार्थियों को मान्यताप्राप्त संस्थाओं से प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरी करने का आह्वान किया। डॉ. मंजुषा गिरी ने स्वच्छता निरीक्षक पदों के लिए महिलाओं के बढ़ते प्रमाण पर समाधान व्यक्त किया। महिलाएं अपने घर परिसर से लेकर सभी जगह स्वच्छता व स्वास्थ्य के प्रति फिक्रमंद होती है। उन्होंने कहा कि आपातकाल में आपदा प्रबंधन व संकटकाल में बचावकार्य का काम स्वच्छता निरीक्षकों का होता है। इसलिए स्वच्छता निरीक्षक पाठ्यक्रम इमानदारी से पूरा कर समाज की सुरक्षा करने का आह्वान डॉ. गिरी ने किया।

विद्यार्थी हो रहे आकर्षित

प्रास्ताविक रखते हुए जयंत पाठक ने पाठ्यक्रम की जानकारी दी। स्वच्छता निरीक्षकों की पदभरती शुरु होने से इस पाठ्यक्रम की तरफ विद्यार्थी आकर्षित होने लगे है। कार्यक्रम के दौरान डॉ. आनंद तट्टे, राहूल गायकवाड, डॉ. रसिकलाल कारिया, हनुमंत बालपांडे, डॉ. हिम्मत मेश्राम, डॉ. मीनाक्षी सिंग, डॉ. सुचित्रा पटवर्धन, सुरेखा गायकवाड, रमण शिवणकर, विनय माहूरकर, डॉ. वीरेंद्र वानखेडे, दिनकर निंबालकर, जुई सहस्त्रबुध्दे आदि शिक्षकों का सत्कार किया गया। संचालन व आभार प्रदर्शन राही बापट ने किया। कार्यक्रम की सफलता के लिए निशा व्यवहारे, यशश्री परचुरे ने सह्योग किया।

Created On :   28 July 2024 7:42 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story