यहां फंसा पेंच: विधानसभा चुनाव की तैयारी, सीट साझेदारी को लेकर करना होगा नवरात्र का इंतजार

विधानसभा चुनाव की तैयारी, सीट साझेदारी को लेकर करना होगा नवरात्र का इंतजार
  • महाविकास आघाडी में 30 तो महायुति में 70 सीटों को लेकर पेंच
  • भाजपा सर्वाधिक सीटों पर उम्मीदवारी को अड़ी
  • छोटे दलों की परेशानी कायम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल शुरु हो गई है। प्रमुख राजनीतिक दलों व उनके नेताओं के विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रमुख गठबंधनों सीट साझेदारी को लेकर भी बयानबाजियां सामने आने लगी है। लिहाजा यह संकेत भी मिल रहे हैं कि सीट साझेदारी के अंतिम निर्णय के लिए नवरात्र का इंतजार करना पड़ सकता है। फिलहाल महाविकास आघाडी में 30 तो महायुति गठबंधन में 70 सीटों को लेकर पेच है। दिल्ली दौरे से लौटे कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार पितृपक्ष के कारण सीट साझेदारी का निर्णय लंबित रह सकता है। हालांकि पहले ही कहा जा चुका है कि गणेश विसर्जन के बाद सीट साझेदारी को लेकर महाविकास आघाडी की निर्णयक बैठक होगी। लेकिन निर्णय पर सहमति के लिए इंतजार करना होगा। दरअसल मान्यता है कि पितृपक्ष में शुभकार्य नहीं किए जाते हैं। इस बार पितृपक्ष 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक है। राजनीतिक दलों में शुभकार्य मुहुर्त दिखकर किए जाते हैं। इसलिए सीट साझेदारी पर चर्चा होती रहेगी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता के अनुसार महाविकास आघाडी के तीनों प्रमुख दलों के नेताओं की दो बार बैठक हुई है। परस्पर चर्चा जारी है। 3 अक्टूबर से नवरात्र आरंभ होगा। यह समय विविध विषयों पर निर्णय के लिए शुभ माना जाता है। मिल रहे संकेतों के मुताबिक 16 से 18 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कराये जा सकते हैं। इसके लिए 16 से 18 अक्टूबर के बीच आचार संहिता लग सकती है। महाविकास आघाडी में विधानसभा की 288 में से 125 सीटाें के लिए सहमति बन गई है। 30 सीटों पर पेंच फंसा है। उधर महायुति में भी यही स्थिति है। महायुति में भाजपा सर्वाधिक सीटों पर चुनाव लड़ने के प्रयास में हैं। दावा किया जा रहा है कि महायुति में 75 प्रतिशत सीटों की साझेदारी के लिए सहमति बन गई है। सिटिंग गेटिंग फार्मुला यानी जहां जिस दल का विधायक है वहां उस दल को उम्मीदवारी देने के मामले पर सहमति बनने से 215 सीटों का मामला हल हो गया है।

दावेदार अधिक

धर्मपाल मेश्राम, प्रवक्ता भाजपा महाराष्ट्र के मुताबिक महायुति के पक्ष में माहौल बना हुआ है। लाडली बहना सहित विविध योजनाओं को भरपूर प्रतिसाद मिल रहा है। ऐसे में महायुति में उम्मीदवारी के दावेदारी अधिक है। सभी दल अधिक सीट पाने का प्रयास कर रहे है। भाजपा के केंद्रीय नेताओं के मार्गदर्शन में महायुति के प्रमुख नेता सीट साझेदारी पर चर्चा कर रहे हैं। सीट साझेदारी का निर्णय भी जल्द लिया जा सकता है।

आघाडी निर्णय लेने में भी आगे

अतुल लोंढे, प्रवक्ता कांग्रेस, महाराष्ट्र के मुताबिक महाविकास आघाडी सीट साझेदारी के संबंध में निर्णय लेने में भी आगे है। प्रमुख दलों ने सर्वे के आधार पर अपनी अपनी दावेदारी की है। इसके अलावा बदली हुई राजनीतिक स्थिति में कुछ सीटों पर बदलाव आवश्यक माना जा रहा है। ऐसे में पहले चुनाव लड़ चुके या जीत चुके दल का संबंधित दल पर दावा कायम है। गणेश विसर्जन के बाद आघाडी की सीट साझेदारी के संबंध में बड़ी खबर आ सकती है।


Created On :   15 Sept 2024 7:38 PM IST

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