आर्थिक संकट से गुजर रही: पेंशन के लिए भटक रही है सैनिक की विधवा, सुध लेने वाला कोई नहीं

पेंशन के लिए भटक रही है सैनिक की विधवा, सुध लेने वाला कोई नहीं
  • परिवार का आरोप, जिला सैनिक कार्यालय में अटकी फाइल
  • पति की मौत के बाद से चक्कर लगा रही सरकारी दफ्तरों की
  • अधिकारियों ने शीघ्र समस्या हल करने का दिया आश्वासन

डिजिटल डेस्क, नागपुर । स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर हम सभी सरहद पर लड़ने वाले जवान और शहीदों की वीरगाथाओं को याद करते हैं और उनके परिवार का भी सम्मान करते हैं लेकिन बाद में उन्हें भुला दिया जाता है।

कुछ ऐसा ही किस्सा, सेना में रहे हवलदार बापूराव सुखदेवराव कुंभारे के परिवार के साथ हुआ। बापूराव कुंभारे गुवाहाटी में तैनात थे। पांच साल पहले उनकी बीमारी से मृत्यु हो गई। उनकी विधवा पत्नी 77 वर्षीय वेणुताई कुंभारे (आनंदनगर निवासी) पांच साल बाद भी पेंशन से वंचित है।

पेंशन की रकम पर निर्भर : दावा किया गया कि ऐसे अनेक प्रकरण हैं, जिसमें अनेक परिवारों को अब तक पेंशन या अन्य सुविधा नहीं मिली है। यह प्रकरण किसी तरह सामने आया है। अन्य मामले वहीं दब जाते हैं। जवानों के परिवारों के साथ इस तरह का व्यवहार कई सवाल उठाता है। इस संबंध में वेणुताई कुंभारे ने जिला सैनिक कार्यालय को अपनी शिकायत भी दी है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि उनके पति ने 21 साल 11 महीने 26 दिन सैनिक हवलदार पद पर देश की सेवा की है। जिसके बाद वे सेवानिवृत्त हो गए और उन्हें पेंशन शुरू हुई। 2020 में उनकी मृत्यु हो गई। आय का अन्य कोई साधन नहीं होने और परिवार में अन्य कोई कमानेवाला नहीं होने से वह पूरी तरह पेंशन की रकम पर निर्भर हैं।

पांच साल से चक्कर काट रहीं : वेणुताई के परिवार में कोई नहीं है। बच्चे नहीं हुए। हालत इतनी दयनीय है कि वह ठीक से चल भी नहीं पाती हैं और अपनी बात भी रख नहीं पाती हैं। फिर भी वह पांच साल से लगातार जिला सैनिक कार्यालय के चक्कर काट रही हैं। अपने एक रिश्तेदार को वह साथ ले जाती हैं। आवश्यक कागजों की खानापूर्ति करने के बाद उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ी है। हर बार उन्हें स्थानीय अधिकारी यह कहकर गुमराह करते हैं कि फाइल ऊपर भेज दी गई है। हालांकि फाइल अभी भी कार्यालय में होने की जानकारी सामने आई। यह जानकारी मिलने के बाद दो दिन पहले किसी की मदद से उन्होंेने जिला सैनिक कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात की। वरिष्ठ अधिकारियों ने पेंशन दिलाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद 13 अगस्त को जिला सैनिक कार्यालय से एक पत्र आया, जिसमें कहा गया कि जल्द इस संबंध में कार्यवाही की जाएगी।


Created On :   16 Aug 2024 6:15 AM GMT

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