नागपुर: आधार कार्ड में पति के नाम पर आपत्ति, मैरेज सर्टिफिकेट दिखाए बिना परीक्षा देने से रोका

आधार कार्ड में पति के नाम पर आपत्ति, मैरेज सर्टिफिकेट दिखाए बिना परीक्षा देने से रोका
  • शासकीय मेडिकल, मेयो, डेंटल तथा आयुर्वेद महाविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी के 680 पदों की भर्ती
  • आईओएन डिजिटल जोन आईडीजेड-2 वाड़ी परीक्षा केंद्र से उम्मीदवारों को वापस लौटाया गया
  • 26 और 28 अगस्त को हुई परीक्षा में भी उसी केंद्र पर कई उम्मीदवार परीक्षा से वंचित रहे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के शासकीय मेडिकल, मेयो, डेंटल तथा आयुर्वेद कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती परीक्षा में अनेक उम्मीदवारों को परीक्षा देने से रोका गया। महिला उम्मीदवारों के आधार कार्ड में पति के नाम पर आपत्ति जताकर मैरेज सर्टिफिकेट दिखाने की शर्त रखी गई। अधिकांश के पास मैरेज सर्टिफिकेट नहीं रहने पर उन्हें वापस लौटा दिया गया। आईओएन डिजिटल जोन आईडीजेड-2 वाड़ी परीक्षा केंद्र पर आईबीपीएस एजेंसी के माध्यम से परीक्षा का आयोजन किया गया। शासकीय मेडिकल, मेयो, डेंटल व आयुर्वेद महाविद्यालय में प्रयोगशाला परिचर, सिपाही, हमाल, कक्ष परिचर, गैंगमैन, माली, संग्रहालय परिचर, किचन, स्टोर बॉय, क्लीनर आदि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 640 पदों की भर्ती की जा रही है। आईबीपीएस एजेंसी को भर्ती प्रक्रिया का टेंडर दिया गया। पात्र उम्मीदवारों से ऑनलाइन आवेदन मंगवाए गए। आवेदनों की पड़ताल के बाद ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया गया। पात्र उम्मीदवारों को प्रवेश-पत्र भेजे गए। परीक्षा केंद्र पर आधार कार्ड, पैन कार्ड अथवा ड्राइविंग लाइसेंस इनमें से कोई एक दस्तावेज पहचान पत्र के तौर पर साथ ले आने की सूचना दी गई। विवाह के बाद आधार कार्ड पर पति का नाम दर्ज होने पर शैक्षणिक दस्तावेज में मायके के नाम से मेल नहीं खाने का हवाला देकर उसे अस्वीकृत किया गया। उसके बदले में मैरेज सर्टिफिकेट दिखाने की शर्त डाली गई। उम्मीदवारों ने पैन कार्ड दिखाए। उसमें पति और पिता दोनों के नाम है। उस पर पति का नाम आने से उसे भी स्वीकृत करने से मना किया गया। परीक्षा से वंचित रखे गए उम्मीदवारों ने परीक्षा केंद्र के सामने विरोध प्रदर्शन करने पर कुछ समय के लिए तनाव का माहौल रहा।

ओरिजनल दस्तावेज की जिद

मैरेज सर्टिफिकेट के अभाव में परीक्षा से रखे गए उम्मीदवारों से बात करने पर उन्होंने बताया कि जिनके पर जेरॉक्स कॉपी थी, उन्हें ओरिजनल दस्तावेज दिखाने की जीद पर अड़े रहे। उन्होंने वापस घर जाकर ओरिजनल दस्तावेज लेकर आने में कुछ मिनट विलंब हो गया। उन्हें भी परीक्षा केंद्र में प्रवेश नकारा गया।

परीक्षार्थियों के साथ धाेखाधड़ी

परीक्षा से वंचित रही ज्योति मेश्राम और विजया घाटोड़ ने बताया कि उनके आधार कार्ड में पति का नाम है। पैन कार्ड में पति और पिता दोनों के नाम है। उसे दिखाने पर भी प्रवेश नहीं दिया। पैन कार्ड में पति के नाम पर आपत्ति जताई गई। आवेदन भरते समय जोड़े गए दस्तावेजों की पड़ताल में अपात्र ठहराया जाता तो समझ में आता। प्रवेश-पत्र दिए गए और ऐन वक्त पर मैरेज सर्टिफिकेट का शिगूफा छोड़कर उन्हें परीक्षा से वंचित रखा गया। आवेदन शुल्क के नाम पर प्रति व्यक्ति 900 से 1000 रुपए लेकर परीक्षार्थियों के साथ धोखाधड़ी की गई। इससे पहले 26 और 28 अगस्त को उसी परीक्षा केंद्र से सैकड़ों परीक्षार्थियों को वापस लौटाया गया। उसकी पुलिस में शिकायत की गई, लेकिन कहीं से कोई सुनवाई नहीं हुई।


Created On :   4 Sept 2024 3:19 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story