Nagpur News: स्मार्ट सिटी ने नाशिक की एजेंसी को दी स्मार्ट शौचालयों की देखभाल की जिम्मेदारी

स्मार्ट सिटी ने नाशिक की एजेंसी को दी स्मार्ट शौचालयों की देखभाल की जिम्मेदारी
  • अत्याधुनिक सुविधा वाले 50 ई-टायलेट लगाने की घोषणा
  • ईरोम साइंटिफिक कंपनी की लापरवाही बदहाल हुए थे शौचालय
  • कई मर्तबा नोटिस देने के बाद भी नहीं किया सुधार

Nagpur News करीब दो साल पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में अत्याधुनिक सुविधा वाले 50 ई-टायलेट लगाने की घोषणा हुई थी। शौचालयों को स्थापित करने के लिए केरल की ईरोम साइंटिफिक कंपनी से अनुबंध किया गया था। करीब 8 करोड़ की लागत से 6 माह के भीतर कंपनी को शौचालयों को स्थापित करना था, लेकिन पिछले डेढ़ साल में केवल 6 स्थानों पर ही 12 शौचालय स्थापित हो पाए। ईरोम कंपनी के निदेशक मंडल में आपसी तनाव और आर्थिक संसाधनों की दिक्कत के चलते शहर में शौचालय लगाने के काम को आधे में ही छोड़ दिया गया। पर्याप्त देखभाल और रखरखाव के अभाव में स्मार्ट शौचालय बुरी स्थिति में पहुंच गए थे। ईरोम साइंटिफिक कंपनी की लापरवाही को देखते हुए स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने अब नाशिक की कंपनी को शौचालयों की दुरुस्ती और देखभाल की जिम्मेदारी दी है। करीब 6 लाख रुपए की दर पर साल भर के लिए कंपनी से शौचालयों की दुरुस्ती, सफाई और देखभाल की जाएगी। नई कंपनी के सहयोग से नए साल में शहर में स्मार्ट शौचालय सुचारु नजर आएंगे।

नोटिस दिया गया : उपराजधानी में सार्वजनिक और बेहद भीड़वाले स्थानों पर शौचालयों की कमी को देखते हुए स्मार्ट सिटी ने 50 स्मार्ट शौचालय स्थापित करने का फैसला किया था। दाे साल पहले केरल की ईरोम साइंटिफिक कंपनी को 8 करोड़ रुपए की निधि से 50 स्मार्ट ई-टायलेट लगाने की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन आर्थिक संकट और आपसी खींचतान के चलते शहर के 6 स्थानों पर ही ढांचों को खड़ा किया गया। बिजली, पानी और सीवेज के साथ ही पर्याप्त देखभाल नहीं होने पर स्मार्ट सिटी से ईरोम कंपनी काे कई मर्तबा नोटिस भी दिया गया, लेकिन कंपनी से प्रतिसाद नहीं मिलने पर अब स्मार्ट सिटी ने नाशिक की नई कंपनी को देखभाल और दुरुस्ती की जिम्मेदारी दे दी है। नई कंपनी से सभी 6 स्थानों का सर्वेक्षण और निरीक्षण कर दुरुस्ती को आरंभ कर दिया गया है। नए साल में शहर के सभी स्मार्ट शौचालयों के आरंभ होने की उम्मीद बंध गई है।

50 में से केवल 6 पर सिमट गई कंपनी : स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने जुलाई 2022 में खुली निविदा प्रक्रिया की थी। इस प्रक्रिया में देश भर से करीब 7 एजेंसियों ने हिस्सा लिया था। इसमें से सबसे कम दर के आधार पर केरल की ईरोम साइंटिफिक कंपनी को 8 करोड़ रुपए से 50 ई-टायलेट लगाने का अनुबंध किया गया। इस एजेंसी को अप्रैल 2023 तक 50 टायलेट लगाना था, लेकिन कंपनी में आंतरिक खींचतान के चलते शहर में केवल 6 स्थानों पर ही शौचालय लग पाए। इन शौचालयों में बिजली, जलापूर्ति और सीवेज व्यवस्था को लेकर भी लंबा इंतजार करना पड़ा। ईरोम कंपनी ने आर्थिक संकट के चलते स्मार्ट सिटी प्रबंधन से अग्रिम भुगतान की मांग भी की थी, लेकिन स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने 50 शौचालयों को स्थापित करने पर ही भुगतान करने का कड़ा निर्देश दिया था। हालांकि तमाम प्रयासों के बाद भी 6 से अधिक शौचालयों को ईरोम कंपनी स्थापित नहीं कर पाई।

6 स्थानों पर 12 शौचालय

रामदासपेठ में क्रिम्स अस्पताल के पास 2 यूनिट

कृपलानी चौक मेट्रो स्टेशन के समीप 2 यूनिट

जयप्रकाश नगर में बस स्टाप के पास 2 यूनिट

सोमलवाड़ा चौक पर 2 यूनिट

खामला मटन मार्केट के पास 2 यूनिट

जयताला में त्रिमूर्ति नगर बसस्टाप के पास 2 यूनिट

नई कंपनी को दी जिम्मेदारी, जल्द होगी दुरुस्ती

देखभाल समेत अन्य दायित्व दिए जाएंगे : शहर में 6 स्थानों पर स्मार्ट शौचालयों को स्थापित करने वाली ईरोम साइंटिफिक कंपनी की ओर से प्रयास नहीं हो रहे हैं। ऐसे में अब स्मार्ट सिटी ने अनामत राशि को रोककर नई कंपनी को देखभाल की जिम्मेदारी दी है। नाशिक की नई कंपनी आर्या एजेंसी से शौचालयों की दुरुस्ती की जा रही है। अगले माह से शौचालयों की देखभाल समेत अन्य दायित्व नई कंपनी पूरी तरह से संभाल लेगी।डॉ शील घुले, उपमहाप्रबंधक, महाव्यवस्थापक ई-गवर्नेंस विभाग सेफ एंड स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

Live Updates

  • 21 Dec 2024 6:26 PM IST

    स्मार्ट टायलेट बुरी स्थिति में पहुंच गए

    दो साल पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में अत्याधुनिक सुविधा वाले 50 ई-टायलेट लगाने की घोषणा हुई थी। शौचालयों को स्थापित करने के लिए केरल की ईरोम साइंटिफिक कंपनी से अनुबंध किया गया था। करीब 8 करोड़ की लागत से 6 माह के भीतर कंपनी को शौचालयों को स्थापित करना था, लेकिन पिछले डेढ़ साल में केवल 6 स्थानों पर ही 12 शौचालय स्थापित हो पाए। ईरोम कंपनी के निदेशक मंडल में आपसी तनाव और आर्थिक संसाधनों की दिक्कत के चलते शहर में शौचालय लगाने के काम को आधे में ही छोड़ दिया गया। पर्याप्त देखभाल और रखरखाव के अभाव में स्मार्ट शौचालय बुरी स्थिति में पहुंच गए थे। ईरोम साइंटिफिक कंपनी की लापरवाही को देखते हुए स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने अब नाशिक की कंपनी को शौचालयों की दुरुस्ती और देखभाल की जिम्मेदारी दी है। करीब 6 लाख रुपए की दर पर साल भर के लिए कंपनी से शौचालयों की दुरुस्ती, सफाई और देखभाल की जाएगी। नई कंपनी के सहयोग से नए साल में शहर में स्मार्ट शौचालय सुचारु नजर आएंगे।

Created On :   21 Dec 2024 6:23 PM IST

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