Nagpur News: पहले मुख्यमंत्री और बाद में रहे मंत्री! सीएम की रेस में रहे पर कुर्सी तक नहीं पहुंचे

पहले मुख्यमंत्री और बाद में रहे मंत्री! सीएम की रेस में रहे पर कुर्सी तक नहीं पहुंचे
  • एक ही विस में मुख्यमंत्री का पद साझा किया
  • सीएम की रेस में रहे पर कुर्सी तक नहीं पहुंचे
  • तीन बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने का भी रिकार्ड

Nagpur News : आनंद निर्बाण | महाराष्ट्र में पांच मुख्यमंत्री ऐसे हुए हैं, जो पहले मुख्यमंत्री बने और बाद में मंत्री या उपमुख्यमंत्री का दायित्व स्वीकार किया। इसमें से दो राजनेता यानि पिता और पुत्र मुख्यमंत्री रहने के बाद मंत्री भी रहे। शंकरराव चव्हाण व उनके पुत्र अशोक चव्हाण ने यह करिश्मा कर दिखाया। उसी तरह शिवाजीराव पाटील निलंगेकर मुख्यमंत्री के बाद बतौर मंत्री महाराष्ट्र कैबिनेट का हिस्सा रहे।

तीन बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने का भी रिकार्ड

देवेन्द्र फडणवीस मुख्यमंत्री रहने के बाद उपमुख्यमंत्री और अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री बन गए हैं। फडणवीस के नाम तीन बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने का भी रिकार्ड है। इसी तरह उपराजधा‌नी नागपुर से पहली बार कोई मुख्यमं‌त्री रहा है, तो वे हैं देवेन्द्र फडणवीस और वह भी पूरे पांच साल मुख्यमंत्री रहे। जबकि वसंत दादा पाटील और शरद पवार भी चार-चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे किंतु दोनों एक भी बार पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।

एक ही विस में मुख्यमंत्री का पद साझा किया

तत्कालीन मुख्यमंत्री व ठाकरे खानदान के पहले मंत्री उद्धव ठाकरे को झटका देने वाले एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनने के बाद अब उपमुख्यमंत्री हैं। हालांकि, शिवसेना के पहले दो मुख्यमंत्री रहे मनोहर जोशी व नारायण राणे एक ही विधानसभा में मुख्यमंत्री का पद साझा करने वाले नेता रहे है।

सीएम की रेस में रहे पर कुर्सी तक नहीं पहुंचे

नागपुर के दो नेता कभी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में जरूर रहे हैं किंतु कभी इस कुर्सी तक पहुंच नहीं पाए। विदर्भ से एक-एक बार रणजीत देशमुख और भगवंतराव गायकवाड का नाम भी सामने आया था किंतु मामला बन नहीं पाया। देवेंद्र फडणवीस के पूर्व सुधाकर नाईक, वसंतराव नाईक और मारोतराव कन्नमवार विदर्भ के ऐसे राजनेता थे,जो मुख्यमंत्री के पद पर रहे।

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  • 16 Dec 2024 8:36 PM IST

    सीएम की रेस में रहे पर कुर्सी तक नहीं पहुंचे

    महाराष्ट्र में पांच मुख्यमंत्री ऐसे हुए हैं, जो पहले मुख्यमंत्री बने और बाद में मंत्री या उपमुख्यमंत्री का दायित्व स्वीकार किया। इसमें से दो राजनेता यानि पिता और पुत्र मुख्यमंत्री रहने के बाद मंत्री भी रहे। शंकरराव चव्हाण व उनके पुत्र अशोक चव्हाण ने यह करिश्मा कर दिखाया। उसी तरह शिवाजीराव पाटील निलंगेकर मुख्यमंत्री के बाद बतौर मंत्री महाराष्ट्र कैबिनेट का हिस्सा रहे।

Created On :   16 Dec 2024 8:36 PM IST

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