Nagpur News: काॅक्लियर इम्प्लांट सर्जरी - केंद्र की योजना बंद, मेयो और मेडिकल में हुए 266 ऑपरेशन

काॅक्लियर इम्प्लांट सर्जरी - केंद्र की योजना बंद, मेयो और मेडिकल में हुए 266 ऑपरेशन
  • 3 मार्च विश्व श्रवण दिवस पर विशेष
  • सालभर से नहीं मिल रहा एडिप योजना का लाभ

Nagpur News. चंद्रकांत चावरे | दुनियाभर में 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस मनाया जाता है। इस साल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की थीम का सारांश कान और सुनने की देखभाल के प्रति मानसिकता बदलने पर केंद्रित है। केंद्र से एडिप योजना अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजाेर वर्ग को मिलने वाले कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी का लाभ पिछले सालभर से नहीं मिला है। करीब 30 बधिरों की फाइलों को मंजूरी नहीं मिल पाई है। वजह यह है कि सरकार ने यह योजना ही बंद कर दी है। इसलिए कॉक्लियर इम्प्लांट करवाना एक समस्या बन गई है। मेयो व मेडिकल में कुल 266 सर्जरियां हो चुकी हैं।

मंजूरी नहीं मिली

विदर्भ, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ से आने वाले बधिर बच्चों की यहां के सरकारी अस्पतालों में कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की जाती थी। इसके लिए केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय अंतर्गत दिव्यांगों के लिए चलाई जाने वाली एडीआईपी (दिव्यांगों के लिए सहायक उपकरण खरीद व फिटिंग के लिए सहायता) योजना अंतर्गत मुफ्त में उपचार किया जाता था। बधिर बच्चों को लगने वाले इम्प्लांट इसी योजना से उपलब्ध कराए जाते थे। लेकिन सालभर से इस याेजना अंतर्गत इम्प्लांट नहीं मिल रहे हैं। बताया गया कि यह योजना बंद कर दी गई है। मेयो व मेडिकल के ईएनटी (नाक, कान व गला) विभाग द्वारा 30 बच्चों की फाइलें बनाकर सालभर पहले से भेजी गई हैं। लेकिन इम्प्लांट नहीं मिले। एडिप योजना अंतर्गत 7 लाख रुपए का इम्प्लांट उपलब्ध कराया जाता था।

एमजेपीएवाई के अंतर्गत चार

मेयो व मेडिकल में एडिप योजना अंतर्गत 2017 में कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की शुरुआत हुई। दोनों अस्पतालों में मिलाकर 266 सर्जरियां हो चुकी हैं। इनमें से मेयो में एडिप अंतर्गत 100, एमजेपीएवाई अंतर्गत 3 और मनपा के सहयोग से 3 सर्जरियां और मेडिकल में एडिप अंतर्गत 152, एमजेपीएवाई अंतर्गत 4 व मनपा के सहयोग से 2 सर्जरियां की गई हैं।

इस तरह निकाला समस्या का समाधान : एडिप से इम्प्लांट मिलना बंद हो गए तो दोनों अस्पतालों ने इसके लिए महात्मा ज्योतिबा फुले जन स्वास्थ्य योजना (एमजेपीएवाई) का विकल्प चुना। पहले जहां एडिप अंतर्गत 1 से 5 साल तक के बच्चों को इम्प्लांट का प्रावधान था। वहीं एमजेपीएवाई अंतर्गत केवल 2 साल के बच्चों के ही इम्प्लांट का प्रावधान है। इस समस्या को लेकर मेयो व मेडिकल ने नागपुर महानगर पालिका प्रशासन से सहयोग मांगा। दाे महीने पहले मनपा ने 3 से 5 साल तक के बच्चों के लिए इम्प्लांट उपलब्ध कराने की सशर्त स्वीकृति दी। शर्त यह थी कि केवल नागपुर शहर के स्थायी निवासियों के बच्चों को ही इसका लाभ दिया जा सकता है।

विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर रविवार 2 मार्च को सुबह 8.30 बजे जागरूकता रैली निकाली जाएगी। मेयो की तरफ से रैली का प्रतिनिधित्व किया जाएगा। रैली जीपीअो चौक से निकलकर पुलिस जिमखाना तक जाएगी। जिन बच्चों की कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी हो चुकी है, वे इसमें सहभागी होकर जागरूकता का संदेश देंगे। ईएनटी विभाग के डॉक्टर्स रैली को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में मेडिकल के ईएनटी विभाग की टीम शामिल होगी।

Created On :   2 March 2025 9:04 PM IST

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