Nagpur News: नागपुर में पारधी गैंग का पर्दाफाश, 4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

नागपुर में पारधी गैंग का पर्दाफाश, 4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • 3 माह पहले नागपुर के रिश्तेदार की निशानदेही पर बहेलिया शिकारी गिरोह का सरगना पकड़ाया था
  • गांजा तस्करों से कनेक्शन खंगालने जबलपुर की एटीएस टीम आ सकती है नागपुर

Nagpur News मध्य प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने स्थानीय पुलिस और वन विभाग टीम की संयुक्त रूप से डिंडौरी में बड़ी कार्रवाई की। जबलपुर की एसटीएफ ने अंतरराज्यीय वन्यजीव का शिकार और गांजा तस्करी करने वाली पारधी गैंग का पर्दाफाश करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने डिंडौरी जिले के पडरिया साकल गांव से जमीन में छिपाकर रखे गए भारी मात्रा में 9 क्विंटल गांजा को बरामद किया है।

4 करोड़ का माल जब्त : सूत्रों के अनुसार वर्ष 2023 में चंद्रपुर जिले के राजुरा इलाके से बहेलिया शिकारी गिरोह के सरगना अजीत पारधी को उसके साथियों के साथ पकड़ा गया था। उस दौरान इनका कनेक्शन नागपुर से जुड़ा होने की खबर चर्चा में थी। पारधी के नागपुर के एक रिश्तेदार की निशानदेही पर कार्रवाई की गई थी। उसके इस रिश्तेदार को भी बाघ की खाल के साथ भंडारा से गिरफ्तार किया गया था। तब उसने ही पारधी और उसके गांजा तस्करी के बारे में मामला उजागर किया था। इसके बाद जबलपुर की एसटीएफ की टीम के एसपी राजेश भदौरिया ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मामले की छानबीन शुरू की थी, जिससे पारधी और उसके गिरोह का पर्दाफश करते हुए पुलिस ने 940 किलो गांजा, 52 विस्फोटक बम और कई वन्य प्राणियों के अवशेष के साथ 12 दोपहिया वाहन और 8 धारदार चाकू सहित करीब 4 करोड़ रुपए का माल जब्त किया है।

गैंग में महिलाएं भी शामिल : इस गैंग में कुछ महिलाएं भी शामिल हैं, जिनकी एसटीएफ तलाश कर रही है। बता दें कि एसटीएफ को इस गिरोह के बारे में चंद्रपुर से सुराग मिले थे, उस समय उसके नागपुर के एक रिश्तेदार की निशानदेही पर राजुरा से पारधी को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद एसटीएफ ने कटनी, मंडला और डिंडौरी के घने जंगलों में 10 दिनों तक सघन तलाशी अभियान चलाया। जंगलों में गुप्त ठिकानों की पहचान करके तस्करों पर शिकंजा कसा गया।

कौन है अजीत पारधी : सूत्रों के अनुसार अजीत पारधी मूलत: मध्यप्रदेश के कटनी का निवासी है। जब मध्यप्रदेश में वन विभाग की कार्रवाई तेज हुई, तो उसने महाराष्ट्र के चंद्रपुर को अपना ठिकाना बनाया। जब उसकी गतिविधियां चंद्रपुर में बढ़ गईं, तब उसे दबोचने के लिए 5 टीमें गठित की गईं। जबलपुर एसटीएफ को भनक लगी कि कुछ लोग खानाबदोश की तरह रहते हैं, जब टीम ने वहां पर छापेमारी की और जमीन की खुदाई की, तो पता चला कि गांजा छिपाकर रखा गया है।

नागपुर में कई बड़े गांजा तस्कर : नागपुर के मोमिनपुरा, ताजबाग, यशोधरा नगर, गिट्टीखदान इलाके में बड़े गांजा तस्कर हैं, जिनके पास बोरों से माल आने जाने की चर्चा है। अनिस, डम, फिरोज, वाहिद, कोका, वासिद सहित कई ऐसे नाम गांजा तस्करी में लिप्त बताए जाते हैं। इनके नाम गाहे-बगाहे चर्चा में आने से यह बेहद गुप्त तरीके से गांजा तस्करी करते हैं। इनके अलावा आदिल, खलील, नबाब सहित कई गांजा तस्करों के लिए पैडलर की भूमिका निभाने का काम करते हैं।



Created On :   13 Feb 2025 3:41 PM IST

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