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Nagpur News: मेडिट्रिना अस्पताल असुरक्षित, खाली करें - मनपा अग्निशमन विभाग की ओर से आदेश
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- विधायक ने की थी पालकमंत्री से शिकायत
- अस्पताल निदेशक पर दर्ज हैं 4 एफआईआर
Nagpur News. मनपा अग्निशमन विभाग ने मेडिट्रिना हॉस्पिटल को असुरक्षित घोषित कर दिया है। इस मामले में 18 फरवरी को अस्पताल प्रशासन को तत्काल इमारत खाली करने का आदेश दिया है। इस अस्पताल में अग्नि सुरक्षा उपाय योजना के प्रति लापरवाही बरती गई, इसलिए यह कार्रवाई की गई है। 12 फरवरी को मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल को नोटिस जारी कर एक माह में अग्नि सुरक्षा मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए निर्देश दिए थे। अन्यथा अस्पताल का पंजीयन रद्द करने की चेतावनी दी थी। अब मनपा के अग्निशमन विभाग ने हॉस्पिटल को असुरक्षित घोषित कर दिया है, जिससे अब अग्नि सुरक्षा मान्यता प्रमाण-पत्र के रास्ते भी बंद हो गए हैं।
जरूरी अग्नि सुरक्षा उपायों का अभाव
आरोप है कि यह हॉस्पिटल पिछले 13 साल से अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहा है। अग्नि सुरक्षा प्रमाण-पत्र न होने के बावजूद हॉस्पिटल चलाया जा रहा है। मनपा ने 20 जनवरी 2012 को अस्पताल को नर्सिंग होम पंजीयन प्रमाण-पत्र दिया था। 13 साल से नवीनीकरण किया जा रहा है, लेकिन आवश्यक अग्नि सुरक्षा प्रमाण-पत्र नहीं है। अग्निशमन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 29 प्रकार के जरूरी अग्नि सुरक्षा उपायों का अभाव है। अनधिकृत निर्माण और ऑक्सीजन संयंत्र के कारण अग्निशमन गाड़ियां अस्पताल के पीछे और किनारे के क्षेत्रों में प्रवेश करने में असमर्थ हैं। छत पर एक रसोई घर और स्टोर रूम बनाया गया है। बेसमेंट की पार्किंग जगह का उपयोग जनरेटर और अन्य उपकरणों के लिए किया जाता है।
विधायक ने की थी पालकमंत्री से शिकायत
आमजन से शिकायतें प्राप्त होने के बाद विकास ठाकरे ने 1 जनवरी 2025 को अस्पताल के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई। अग्निशमन विभाग ने 9 जनवरी को अस्पताल को नोटिस भेजा। 17 जनवरी को धरमपेठ जोन ने डॉ. सेलोकर को अनियमितताओं की जानकारी दी। ठाकरे ने मनपा अधिकारियों की लापरवाही की शिकायत पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले से की। इस पर दखल लेकर पालकमंत्री ने 12 फरवरी को एक बैठक ली। इससे पहले 23 दिसंबर 2020 को भी ठाकरे ने अस्पताल का पंजीयन रद्द करने की मांग की थी।
अस्पताल निदेशक पर दर्ज हैं 4 एफआईआर
अस्पताल के निदेशक डॉ. समीप पालतेवार पर 22 जनवरी 2019 को घोटाले का मामला दर्ज किया गया है। उन पर महात्मा ज्योतिबा फुले जन स्वास्थ्य योजना (राजीव गांधी जीवनदायी आरोग्य योजना) में घोटाला किए जाने का मामला दर्ज है। अस्पताल के अन्य निदेशकों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने का आरोप भी है। इस तरह अलग-अलग कारणों से चार बार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। विधायक विकास ठाकरे ने इस मामले में मनपा के संबंधित अधिकारियों को दोषी बताया है।
Created On :   23 Feb 2025 6:37 PM IST