Nagpur News: सता रहा चिकनगुनिया, मेयो-मेडिकल व एम्स में बढ़े मरीज, सर्दी-बुखार के केस अधिक

सता रहा चिकनगुनिया, मेयो-मेडिकल व एम्स में बढ़े मरीज, सर्दी-बुखार के केस अधिक
  • सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज अधिक
  • एम्स की ओपीडी पहुंची 4 हजार से अधिक

Nagpur News : अस्पतालों में आने वाले मरीजों में जोड़ों का दर्द व बदन दर्द की शिकायत अधिक पाई जा रही है। सरकारी अस्पताल मेयो, मेडिकल व एम्स में आने वाले अधिकतर मरीजों में बुखार के साथ चिकुनगुनिया के लक्षण पाए जा रहे हैं। पिछले महीना भर से सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हो चुकी है। मौसम के कारण वायरल और चिकुनगुनिया के लक्षण वाले मरीज अधिक आ रहे हैं। जिले के 3 बड़े सरकारी अस्पतालों की औसत ओपीडी संख्या 8000 तक होती है। यह संख्या बढ़कर अब 10000 तक पहुंच गई है।

सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज अधिक

शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में सामान्य दिनों की औसत ओपीडी 2500 होती है। इनमें सभी प्रकार के मरीज होते हैं। पिछले महीना भर में कई बार ओपीडी संख्या बढ़कर 3500 तक पहुंच गई है। चिकुनगुनिया के लक्षणवाले मरीजों की संख्या अधिक पाई जा रही है। बताया गया कि मौसम की विषमता के कारण वायरल और सामान्य बुखार के लक्षण पाए जा रहे हैं। वहीं मेयो में सामान्य दिनों में औसत ओपीडी 1500 होती है। महीना भर में कई बार यह संख्या 2500 तक पहुंच गई है। बढ़े हुए मरीजों में एक समान ही लक्षण पाए जा रहे हैं।

एम्स की ओपीडी पहुंची 4 हजार से अधिक

एम्स की औसत ओपीडी 3000 होती है। लेकिन अब यहां की ओपीडी 4000 से ऊपर पहुंच चुकी है। बीते सोमवार को एम्स की ओपीडी ने अपनी स्थापना से अब तक का उच्चांक पार किया है। यहां के 99 फीसदी बेड फुल हो जाने से खासी परेशानी खड़ी हुई। सितंबर 2019 से एम्स में ओपीडी शुरु हुई। फरवरी 2020 से आकस्मिक वार्ड शुरू किये गए। शुरुआत में यहां की ओपीडी अधिकतम 300 हुआ करती थी। धीरे-धीरे एम्स के प्रति झुकाव बढ़ने से यहां की ओपीडी संख्या बढ़ने लगी। यहां 820 बेड हैं। 23 सितंबर को यहां की ओपीडी संख्या 4018 तक पहुंच गई थी। सूत्रों ने बताया कि एम्स में आनेवाले मरीजों में भी मौसम की विषमता के चलते होनेवाले वायरल और चिकुनगुनिया के लक्षणवाले मरीजों की संख्या अधिक है।


Created On :   29 Sept 2024 12:46 PM GMT

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