Nagpur News: जमीन खरीदी-बिक्री मामले में प्रापर्टी डीलर दंपति ने किया करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा

जमीन खरीदी-बिक्री मामले में प्रापर्टी डीलर दंपति ने किया करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा
  • प्लॉट खरीदी बिक्री में प्रापर्टी डीलर दंपति का फर्जीवाड़ा उजागर
  • पांच लोगों को चूना लगाया
  • पांचपावली थाने में प्रकरण दर्ज किया

Nagpur News : प्लॉट खरीदी बिक्री में प्रापर्टी डीलर दंपति का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। पांच लोगों को चूना लगाया गया है। पांचपावली थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। मामला करोड़ों रुपए से जुड़ा होने के कारण इसकी जांच-पड़ताल अपराध शाखा के आर्थिक विभाग को सौंपे जाने के संकेत मिले हैं। लष्करीबाग निवासी प्रापर्टी डीलर आरोपी आनंद नारायण खोब्रागड़े और उसकी पत्नी शारदा खोब्रागड़े हैं। घटना अक्टूबर 2022 से 5 नवंबर 2024 के बीच की है। पेशे से प्रापर्टी डीलर दंपति का कामठी क्षेत्र में रनाला में करीब 54 हजार वर्ग फीट का प्लॉट है, जिसका नंबर 116 और सर्वे नंबर 136-ए व 136-1 ब है। उसकी बिक्री करने का सौदा उन्होंने अनंत नगर आरएमएस कॉलोनी निवासी नावेद माेहम्मद ईसरारउल्लाह (54) नामक व्यक्ति के साथ किया था। एग्रीमेंट होने के बाद आरोपी दंपति को 1 करोड़ 20 लाख रुपए दिए गए हैं, मगर उन्होंने प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की और ना ही उसका कब्जा दिया है। उसके बावजूद नावेद ने कुछ मजदूरों को प्लॉट पर मार्किंग करने के लिए भेजा, तो आरोपियों ने गाली-गलौज कर तथा जान से मारने की धमकी देकर उन्हें वहां से भगा दिया।

जांच-पड़ताल करने से पता चला कि आरोपियों ने उसी तरह से प्लाट नंबर 117, मेसर्स विरानी एड कंपनी को बेचा है। उनसे भी 1 करोड़ 30 लाख रुपए लिए हैं। उस प्लॉट की भी रजिस्ट्री नहीं की है। उसके बाद विरेंद्र सिंह शेखावत से भी प्लाट नंबर 118 के नाम पर 1 करोेड़ 20 लाख रुपए लिए हैं। अन्य दो लोगों को भी उसी तरह से प्लॉट बेचे गए हैं। घटित मामले से प्लॉट खरीदी-बिक्री के नाम पर ठगे जाने से प्रकरण थाने में गया हैं। जांच-पड़ताल के दौरान आरोपी दंपति द्वारा 3 करोड़ 70 लाख 50 हजार रुपए से ठगे जाने की पुष्टि हुई है, जिससे आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। आनंद के खिलाफ उसके पहले के भी प्रकरण हैं, जिसमें से कुछ मामले अदालत में विचाराधीन होने का पता चला है। ताजा मामले में ठगी की रकम करोड़ों रुपए होने से अपराध शाखा के आर्थिक विभाग को इसकी जांच सौंपी जानी है।


Created On :   7 Nov 2024 12:57 PM GMT

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