Nagpur News: लाइफ स्टाइल में रोज 30 मिनट की वॉकिंग जरूरी, कहें - बीमारियों को बाय-बाय

लाइफ स्टाइल में रोज 30 मिनट की वॉकिंग जरूरी, कहें - बीमारियों को बाय-बाय
  • मस्तिष्क को मिलेगा सुकून, चैन की आएगी नींद
  • लाइफ स्टाइल में रोज पैदल चलना शामिल करना होगा
  • प्रतिदिन 11 मिनट दें, असमय मृत्यु से बचेंं हर्ष

Nagpur News . आज की जिंदगी भाग-दौड़ भरी हो गई है। इसे जीवनशैली मान लिया गया है, लेकिन इससे स्वास्थ्य पर असर हो रहा है। अनियंत्रित व अति व्यस्त लाइफ स्टाइल घातक साबित होने लगी है। शरीर कई तरह की बीमारियों का घर बन रहा है। असमय मृत्यु का प्रमाण बढ़ रहा है। ऐसी समस्याओं से बचना हो, तो हर रोज सुबह 11 से 30 मिनट पैदल चलना जरूरी है। यह स्वास्थ्य प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। बशर्तेे वॉक करना अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल किया जाए।

प्रतिदिन 11 मिनट दें, असमय मृत्यु से बचेंं हर्ष

पैदल चलने से जहां स्वास्थ्य प्रबंधन किया जा सकता है, वहीं कई तरह की बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है। कुछ समय पहले ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि हर दिन कम से कम 11 मिनट तक चलने से असमय मृत्यु का खतरा 25 फीसदी कम हो सकता है। विविध अध्ययनों के दौरान 30 मिलियन से अधिक लोगों की स्वास्थ्य रिपोर्ट तैयार की गई, जिसके आधार पर पैदल चलने वाले व नहीं चलने वालों के स्वास्थ्य की स्थिति का ब्योरा सामने आया। पैदल चलने से रचनात्मकता में वृद्धि, स्वस्थ हृदय, तनाव प्रबंधन, बेहतर मूड और टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हो जाता है। नियमित सैर से नींद की गुणवत्ता में, मस्तिष्क स्वास्थ्य और वजन बढ़ने की समस्या में भी लाभ मिलता है। कई पुरानी बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है।

सुविधाजनक व्यायाम : पैदल चलना सभी व्यायामों में सबसे आसान और सुविधाजनक है, लेकिन हमारी व्यस्त जीवनशैली के चलते लंबी दूरी तक पैदल संभव नहीं हो पात। ऐसे में मात्र 11 मिनट पैदल चलने पर भी चमत्कार हो सकता है, इसलिए व्यस्त समय में इतना समय निकालने से समग्र स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है। मोटे तौर पर 11 मिनट पैदल चलने पर 11 तरह के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

1. क्रिएटिविटी को बढ़ावा : पैदल चलने से क्रिएटिव सोच विकसित होती है। मुश्किल समस्याओं का समाधान खोजने में मदद मिलती है। माइंड फुलनेस और खुली सोच को प्रोत्साहन मिलता है।

2. वेट लॉस होता है : सुबह नियमित रूप से चलने से बढ़ा हुआ वजन घटाने में मदद मिलती है। सबसे बड़ा लाभ अतिरिक्त कैलोरी जलाने में मदद मिलती है।

3. हेल्दी होगा हृदय : हृदय के लिए सबसे अच्छे व्यायामों में से एक पैदल चलना है। प्रतिदिन 11 मिनट पैदल चलने से हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है। पैदल चलने से रक्त संचरण बढ़ता है। इससे विविध अंगों के साथ-साथ हृदय को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। रक्तचाप कम होता है।

4. टेंशन से मुक्ति : तनाव को दूर करने के लिए पैदल चलना सर्वोत्तम उपाय है। यह सामान्य व सरल व्यायाम शरीर के तंत्रिका तंत्र को शांत कर मूड को फ्रेश करने वाले एंडोर्फिन को रिलीज़ करता है। इससे तनाव से मुक्ति और अपने दैनिक कार्यों को करने में जोश पैदा होता है।

5. मूड में सुधार : पैदल चलने पर मूड तुरंत अच्छा हो जाता है और माइंड स्पेस बदल जाता है, क्योंकि पैदल चलने से सांस नियंत्रित होती है। ध्यान तनावपूर्ण स्थिति से हटकर प्रकृति से जुड़ने में मदद मिलती है।

6. ज्वाइंट पेन से राहत : घुटनों या जोड़ों का दर्द या गठिया जैसी बीमारियों में पैदल चलना लाभकारी है, क्योंकि चलने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। जोड़ों से दबाव हटाने और दर्द को कम करने में मदद मिलती है। अनेक पुराने दर्द और जोड़ों की समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है। पुराने ऑस्टियो आर्थराइटिस को प्रबंधित करने में मदद मिलती है। हड्डियां मज़बूत होती हैं।

7. फैट कम करने में मदद : तेज या धीमी गति से चलने से जिद्दी वसा जलने में मदद मिलती है। तेज चलने से हृदय की गति बढ़ सकती है। इससे शरीर की अतिरिक्त कैलोरी और ऊर्जा के लिए वसा का अतिरिक्त भंडार जलाने में सहायता मिलती है।

8. डायबिटीज का खतरा कम : तेज गति से चलने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है। एक अध्ययन के अनुसार प्रति घंटे 4 या उससे अधिक किमी की गति से चलने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा काफी कम हो जाता है।

9. नींद में सुधार : वॉक करने से अच्छी नींद आती है, अवसाद के लक्षण आदि में सुधार होता है। रात में जागने की आदत और अगले दिन की थकान कम होती है। बीमारियों पर दवाओं का जल्द असर होता है।

10. मस्तिष्क को लाभ : पैदल चलने से नई मस्तिष्क कोशिकाएं विकसित होती हैं। मध्यम गति से पैदल चलने से मस्तिष्क में न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर या बीडीएनएफ नामक प्रोटीन का स्राव सक्रिय होता है। इससे मस्तिष्क को लाभ होता है।

11. डाइजेशन में सुधार : हर रोज भोजन के बाद 11 मिनट तक चलने से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित होता है और पाचन क्रिया में सुधार होता है। पैदल चलने से एसिडिटी और पेट की गड़बड़ियों में सुधार होता है।


वॉक करना सर्वोत्तम विकल्पों में एक

डॉ. अविनाश गावंडे, बाल रोग विशेषज्ञ व चिकित्सा अधीक्षक, मेडिकल के मुताबिक स्पर्धात्मक व भागदौड़ भरे जीवन में व्यायाम के लिए समय निकालना सभी के लिए संभव नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जीवन का हिस्सा है, इसलिए भारी व्यायाम के बजाय वॉक करना सर्वोत्तम विकल्पों में से एक है। हरेक ने अपनी दिनचर्या में हर रोज कम से कम 30 मिनट तक पैदल चलने की आदत लगानी चाहिए। इसके कारण कई तरह की बीमारियां नियंत्रित होंगी। वजन बढ़ने में नियंत्रण, स्वस्थ व मजबूत हृदय, मूड में सुधार, जोड़ों का दर्द में राहत, वसा जलाने में मदद, बीपी-शुगर में संतुलन, नींद में सुधार, असमय मृत्यु की संभावना कम आदि तमाम बीमारियों से मुक्ति मिलती है। इसलिए हरेक आयु वर्ग के लोगों को पैदल चलने के लिए समय निकालना चाहिए।


Created On :   5 Jan 2025 9:11 PM IST

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