Nagpur News: कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति, महोत्सव का उत्साह के साथ हुआ समापन

कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति, महोत्सव का उत्साह के साथ हुआ समापन
  • बहुभाषी बाल रंगमंच महोत्सव का उत्साह के साथ समापन
  • कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति

Nagpur News. बाल रंगभूमि परिषद, नागपुर शाखा बच्चों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें सही मंच प्रदान करने के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से उन्हें मंच प्रदान करती है। इसी के तहत बालरंग भूमि परिषद और नई दिल्ली संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से साइंटिफिक ऑडिटोरियम में "बहुभाषी बाल नाट्य महोत्सव' का आयोजन किया गया। महोत्सव के समापन समारोह में सभी प्रतिभागी संस्थाओं को मुख्य अतिथि दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर की निदेशक आस्था कार्लेकर द्वारा स्मृति चिह्न, प्रमाणपत्र और मानदेय प्रदान किया गया। इसके अलावा प्रत्येक नाटक के दो कलाकारों को उत्कृष्ट अभिनय के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिए गए।

हमें राष्ट्रीय भाषा पर गर्व होना चाहिए

महोत्सव में संस्कृत भाषा प्रचारिणी सभा की ओर से मनोहरा वसुंधरा ने संस्कृत, बौद्ध अकादमी की ओर से ‘पुन्निका हे पाली’, अंजुमन हाईस्कूल की ओर से ‘वालिद जन्नत’ का दरवाजा यह उर्दू और सिंधु डी यूथ विंग की ओर से ‘सिंधु’ नाटक प्रस्तुत किए गए। बच्चों ने विभिन्न भाषाओं में नाटक प्रस्तुत किए, जिनमें सिंधी में जु कहिंखा ना हरियू, जेएन टाटा पारसी स्कूल की ओर से ‘अंग्रेजी में हूज हू’ और सरस्वती हाई स्कूल द्वारा तमिल में तिरुवलयी याडल शामिल थे। इस अवसर पर बोलते हुए कार्लेकर ने कहा कि भाषा सीखना एक व्यक्तिगत मामला है, हमें अपनी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा पर गर्व होना चाहिए, यही कारण है कि मैं बहुभाषी बाल रंगमंच महोत्सव के आयोजन की दिल से सराहना करता हूं। नाटक मंचन के लिए नहीं, बल्कि प्रस्तुत करने, अभिव्यक्ति करने और वास्तव में आनंद लेने के लिए होते हैं।

इनकी रही मेहनत | कार्यक्रम की अध्यक्षता आभा मेघे ने की। अपर्णा लखमापुरे ने निर्णायक की भूमिका निभाई और अपने विचार व्यक्त किए। संजय रहाटे, विलास कुबड़े, प्रशांत मंगड़े, अनिल देव और किशोर बत्तासे ने इस परियोजना के लिए कड़ी मेहनत की। इस महोत्सव में रशुद्धि बहुउद्देशीय सामाजिक शिक्षा संस्थान, तांडव क्रिएशन, प्रदूषण नियंत्रण शहरी स्वास्थ्य संवर्धन संस्थान, नीलशोभा बहुउद्देशीय संस्थान, देवरावजी कुबड़े सेवा प्रतिष्ठान, स्वर मंथन, नागपुर ने सहयोग किया। इस अवसर पर किशोरडाऊ, डॉ. अनिल कवड़े, संजय पेंडसे, निलय खांडेकर, रूपाली मोरे, वैदेही चावरे, अनिल इंडेन, नितिन पात्रीकर, योगेश राऊत और कई रंगकर्मी उपस्थित थे।

Created On :   2 Feb 2025 5:49 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story