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Nagpur News: गणेशपेठ बस स्टैंड का काम अधूरा, कब होगा पूरा - बारिश में होगी परेशानी
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- कांक्रीटीकरण में पड़ रहीं दरार, बारिश में होगी परेशानी
- कब होगा पूरा - बारिश में होगी परेशानी
- एमआईडीसी को इतना ही काम करना था
- गणेशपेठ बस स्टैंड पर प्रतिदिन 2200 बसों का आवागमन होता है
Nagpur News. गणेशपेठ बस स्टैंड परिसर में हाल ही में क्रांक्रीटीकरण का काम किया गया, लेकिन यह काम अधूरा है। एक तरफ से कांक्रीटीकरण करने के बाद दूसरी तरफ काम अधूरा छोड़ दिया गया है, जिससे बारिश के मौसम में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। वर्तमान में साढ़े सात हजार स्क्वेयर मीटर में जो कांक्रीटीकरण किया गया है, इसमें अभी से दरार पड़ने से काम पर सवाल उठ रहे हैं। बता दे कि, यह काम एमआईडीसी की ओर से किया गया है। गणेशपेठ बस स्टैंड पर प्रतिदिन 2200 बसों का आवागमन होता है। यात्रियों की संख्या लगभग 15 हजार से ज्यादा रहती है। परिसर में कुल 18 प्लेटफार्म हैं। जिसमें 9 प्लेटफार्म प्रवेश द्वार और 9 प्लेटफार्म निकासी द्वार की ओर हैं। प्रवेश द्वार के प्लेटफार्म पर चंद्रपुर, यवतमाल व सावनेर मार्ग की बसों को लगाया जाता है। निकासी द्वार पर भंडारा, मोर्शी, अमरावती की बसें लगाई जाती हैं। 18 प्लेटफार्म रहने से बसों के आवागमन में कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन परिसर में डामरीकरण होने से बारिश के दिनों यहां काफी गड्ढे़ हो जाते हैं। गड्ढों के कारण बसों का संतुलन बिगड़ने से लेकर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में महामंडल की ओर से इसके विकास के लिए सरकार से पत्र व्यवहार कर फंड की मांग की गई थी।
सरकार ने इस काम का जिम्मा एमआईडीसी (महाराष्ट्र इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कार्पोरेशन) को दिया है। दरअसल, एमआईडीसी के पास टैक्स के नाम पर बचे पैसों के माध्यम से यह काम सरकार की ओर से किया जा रहा है। कुछ माह पहले ही टीम ने बस स्टैंड का निरीक्षण कर काम शुरू किया था। पहले प्रवेश द्वार, इसके बाद निकासी द्वार का काम किया जाना था, लेकिन प्रवेश द्वार का काम करने के बाद इस काम को रोक दिया गया है। वर्तमान में एक तरफ का ही काम हुआ है। दूसरी तरफ का काम नहीं होने से कई समस्याएं पैदा हो रही हैं।
एमआईडीसी को इतना ही काम करना था
विनोद चावरे, विभाग नियंत्रक, एसटी महामंडल के मुताबिक काम एमआईडीसी की ओर से किया जा रहा था। एमआईडीसी को यहां का इतना ही काम करना था, लेकिन हमारी ओर से पत्र व्यवहार कर परिसर का पूरा काम कराने का प्रयास किया जा रहा है।
Created On :   23 Feb 2025 8:40 PM IST