- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- दोनों सरकारों के दम पर किसानों के...
Nagpur News: दोनों सरकारों के दम पर किसानों के उत्पाद को बेहतर न्यूनतम मूल्य मिलना चाहिए
Nagpur News शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि जो अच्छा है, उसका समर्थन जरूर करेंगे। जहां गलत होगा, उसका जमकर विरोध करेंगे। जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से संवाद साधकर विविध विषयों पर अपनी भूमिका रखी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को शुभेच्छा देने मुलाकात की। सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों को जनकल्याण के लिए सदन में काम करना है। जनता ने चुनकर दिया है। मंत्रिमंडल को सभी विधायकों की बात सुननी चाहिए। ईवीएम के भरोसे सरकार सत्ता में आई, इस संदेह पर हमारी भूमिका स्पष्ट है। अधिवेशन में विरोध के लिए विरोध करना हमारी भूमिका नहीं है। सदन में दी जानेवाली योग्य सूचना को सरकार ने स्वीकृत करना चाहिए। सकारात्मक वातावरण और विरोध को दूर रखकर विधानमंडल का कामकाज महाराष्ट्र में बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का किसान संकट में है। किसान आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारी बहुमत से सरकार सत्ता में आई है। केंद्र की ताकत भी सरकार के साथ है। दोनों सरकारों के दम पर किसानों के उत्पाद को बेहतर न्यूनतम मूल्य तथा अन्य सहयोग देने ठोस कदम उठाने चाहिए।
ईवीएम से चुनाव का विरोध : आदित्य ने कहा कि ईवीएम से चुनाव के विरोध में हमारी भूमिका कायम है। जिस समय हम जीते, उस समय भी बैलेट पेपर से चुनाव कराने का पक्ष रखा था। ईवीएम को लेकर सभी को संदेह है। वीवीपैट के वोट गिनने की अनुमति मिलनी चाहिए। वन नेशन, वन इलेक्शन विधेयक पर लोकसभा में पहले ईवीएम से मतदान कराया गया। बाद में अध्यक्ष ने बैलेट पेपर से मतदान कराया। जो अधिकार सांसदों को है, वही अधिकार देश की संपूर्ण जनता को मिलना चाहिए।
गृहमंत्री कौन, बताइए! विरोधी पक्ष नेता पद का मुद्दे पर तकनीकी पेंच है। उसमें से रास्ता निकालने हम चर्चा कर रहे हैं। मंत्रियों को शपथ दिलाई गई, लेकिन विभागों का बंटवारा नहीं हुआ। कोई भी मंत्री किसी भी विभाग के सवाल का जवाब दे रहा है। कम से कम गृह मंत्री कौन है, यह तो बताइए! मंत्री पद की शपथ लेनेवाले और मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज सदन में नदारद। भारी बहुमत मिलने पर सरकार स्थापन करने में देरी, मंत्रियों को शपथ दिलाने के बाद भी विभागों के बंटवारे में लेटलतीफी पर वह अदृश्य शक्ति कौन है, जिसके चलते यह सब हो रहा है, कहते हुए महायुति में आपस में तालमेल के अभाव पर टिप्पणी की।
Created On :   18 Dec 2024 1:03 PM IST